आखिर कहां है दिल्ली हिंसा में गोलियां चलाने वाला शाहरुख, सवालों के घेरे में दिल्ली पुलिस


नई दिल्ली
उत्तर पूर्वी दिल्ली में जाफराबाद हिंसा में एक शख्स ने पुलिस और भीड़ पर 8 राउंड गोलियां चलाई थीं। यहां तक कि उसने एक पुलिस वाले पर भी पिस्तौल तान दी थी, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक पर खूब वायरल हुई। उस शख्स की पहचान शाहरुख के रूप में हुई थी। पहले ऐसी खबर सामने आ रही थी कि जिस दिन हिंसा में शाहरुख ने गोलियां चलाई थीं, उसी शाम को उसे पकड़ लिया गया था, लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने इस पर अपनी सफाई दी है कि शाहरुख अभी भी फरार है। यहां तक कि उसका कोई सुराग भी नहीं लग रहा है। अब सवाल ये है कि आखिर शाहरुख है कहां और उसके दिमाग में कौन सी नई खुराफात सूझ रही है।


ना शाहरुख का पता ना परिवार का
बताया जा रहा है कि शाहरुख दिल्ली के थाना उस्मानपुर के अरविंद नगर की गली नंबर-5 में यू-108 में रहता है। इन दिनों उसके घर के बाहर ताला लटका हुआ है। अब ना तो शाहरुख का पता चल रहा है, ना ही उसके परिवार का कोई सुराग मिल रहा है। बता दें कि उसके साथ परिवार में एक बड़ा भाई और मां-बाप हैं, लेकिन फिलहाल पूरा परिवार ही लापता है, जिनके बारे में कोई कुछ नहीं बता पा रहा।

पुलिस पर उठ रहे सवाल
दिल्ली हिंसा में पिस्तौल लहराने और गोलियां चलाने वाले शख्स के अब तक नहीं पकड़े जाने से पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि इस घटना का वीडियो, शाहरुख की तस्वीरें सब कुछ खूब वायरल हुआ, लेकिन पुलिस के हाथ खाली हैं। वहीं शाहरुख के गिरफ्तार होने की खबरें कई दिनों से सामने आ रही थीं, लेकिन पुलिस ने अब तक इस अफवाह को खारिज नहीं किया था। सवाल उठते हैं कि आखिर पुलिस इतने दिनों बाद क्यों सफाई दे रही है। हिंसा की वजह से दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था काफी तगड़ी थी, लेकिन बावजूद इसके शाहरुख का निकल भागना दिल्ली पुलिस की काबीलियत पर सवालिया चिन्ह लगा रहा है।


शाहरुख के पिता का है क्रिमिनल बैकग्राउंड
हिंसा में शामिल शाहरुख के पिता का नाम शावर पठान है और बताया जा रहा है कि उनका परिवार 1985 से ही वहां रहता है। बताया जा रहा है कि ड्रग्स बेचने के मामले में शावर पठान दो बार जेल भी जा चुका है। हाल ही में वह जेल से छूटा था। इतना ही नहीं, ये भी कहा जा रहा है कि पहले शावर पठान एक सरदार था, लेकिन बाद में एक मुस्लिम महिला से शादी कर के उसने अपना धर्म बदल लिया।


बता दें कि दिल्ली हिंसा मामले में अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 200 लोग घायल हैं। इसी बीच अब नालों से शव बरामद होने लगे हैं। पहले आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा का शव चांदबाग इलाके से मिला था और गुरुवार को गगनपुरी के एक नाले से दो शव बरामद हुए हैं। इस हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता ही जा रहा है।