भीलवाड़ा में कोरोना का कहर / 846 लोगों की टीम ने 2 दिन में 2.8 लाख लोगों का सर्वे किया; बेवजह घूमते दो गिरफ्तार; हर जगह हो रही सैनेटाइज


भीलवाड़ा. देश में भीलवाड़ा की पहचान वस्त्र नगरी के रूप मे रही है, लेकिन एक संक्रमित डॉक्टर की लापरवाही ने आज इसकी पहचान ही बदल दी है। देश में अब इसे कोरोनाजोन कहा जाने लगा है। कारण- एक छोटे से शहर में पिछले तीन दिन में ही 14 पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 13 बांगड़ हॉस्पिटल के डॉक्टर और नर्सिंगकर्मी हैं। रविवार को भी एक नया मरीज मिला। इसका असर ये है कि 24 लाख की आबादी वाले पूरे जिले में खौफ का वायरस पॉजिटिव हो गया है। वहीं सोमवार को बेवजह घूमते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। दोनों को हाथ सैनेटाइजर करवा और चेहरे पर मास्क लगाकर गिरफ्तार किया गया।


राजस्थान की करीब 7 करोड़ आबादी को सिर्फ भीलवाड़ा में बढ़ते आंकड़ों की वजह से 10 दिन के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। डब्ल्यूएचओ और स्वास्थ्य मंत्रालय की टीमें भी यहां पहुंच चुकी हैं क्योंकि शहर में यह वायरस स्टेज-3 पर है। यहां देश की सबसे बड़ी स्क्रीनिंग शुरू हो गई है। तीन दिन में 846 टीमें 56 हजार से ज्यादा परिवारों के 2.8 लाख लोगों की जांच कर चुकी हैं। यहां अब तक हाईरिस्क के 25 रोगी मिल चुके हैं और 2242 संदिग्ध हैं।



इस बीच अच्छी खबर ये है कि बांगड़ हाॅस्पिटल के जिन 24 नर्सिंग स्टाफ के शनिवार काे सैंपल लिए थे, उनमें से सभी की काेराेना जांच रिपाेर्ट रविवार काे निगेटिव आई है। ये ऐसे लाेग थे जाे संक्रमित डाॅक्टर या स्टाफ के साथ वार्ड या हाॅस्पिटल में काम करते थे। कुल 69 संदिग्धों का सैंपल भेजा गया था। इसमें अभी एक की रिपोर्ट आनी बाकी है। बाकी सभी निगेटिव मिले हैं।