कोरोना का असर / सरकारी दफ्तरों में शटडाउन; 50 फीसदी कर्मचारी घर से काम करेंगे, कॉलेज और बोर्ड परीक्षाएं स्थगित


जयपुर। कोरोनावायरस के खौफ के कारण राजस्थान सरकार ने सरकारी विभागों में शट डाउन करने के निर्देश दिए हैं। कुछ आवश्यक सेवाओं से संबंधित विभागों को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी सरकारी एवं अद्र्ध सरकारी विभागों, स्वायत्तशासी संस्थाओं, राजकीय निगमों एवं मंडलों में 31 मार्च तक शटडाउन के निर्देश दिए हैं। वहीं स्कूल, कॉलेज और बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया है। 


आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभागों में नहीं होगा शटडाउन


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, आयुर्वेद, ऊर्जा, सभी विद्युत निगम, जलदाय, स्वायत्त शासन, नगरीय निकाय, गृह एवं पुलिस, कारागार, गृह रक्षा एवं एफएसएल, वित्त, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, आपदा प्रबंधन एवं सहायता, पंचायतीराज, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, कार्मिक (आवश्यक शाखाएं), परिवहन मय रोडवेज एवं अन्य शहरी बस निगम, जयपुर मेट्रो, सामान्य प्रशासन, स्टेट मोटर गैराज, विधि तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग में शट डाउन नहीं होगा। शेष विभागों में 50 प्रतिशत कार्मिक कार्यालय में उपस्थिति देंगे तथा 50 प्रतिशत घर से कार्य (वर्क फ्रॉम होम) करेंगे। कार्मिक घर से ऑनलाइन कार्य भी कर सकेंगे।


अवकाश नहीं, मुख्यालय भी नहीं छोड़ सकेंगे कार्मिक


सरकार ने स्पष्ट किया है कि शट डाउन का मतलब अवकाश नहीं है। कार्मिकों को आवश्यकता होने पर कार्यालय में उपस्थित होना होगा। केवल चिकित्सा कारणों एवं पारिवारिक आवश्यक परिस्थितियों को छोड़कर किसी प्रकार के अवकाश एवं मुख्यालय छोड़ने की अनुमति इस अवधि के दौरान नहीं होगी। सचिवालय में उप सचिव एवं संयुक्त सचिव स्तर तथा इससे उच्च स्तर के अधिकारियों पर, विभागाध्यक्षों के कार्यालयों में उप निदेशक/अधिशासी अभियंता स्तर एवं इससे उच्च स्तर के अधिकारियों पर शट डाउन लागू नहीं होगा। जिला स्तर पर जिला कलेक्टर कार्यालय एवं जिला स्तरीय अधिकारियों पर भी यह लागू नहीं होगा। जिला स्तरीय अधिकारी अपने कार्यालय में रोटेशन के आधार पर न्यूनतम कर्मियों की उपस्थिति तय करेंगे, जो 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होगी। 


स्पा, क्लब, बार बंद रहेंगे, निजी फैक्टि्रयों में वर्क फ्रॉम होम हो


गहलोत ने निर्देश दिए कि आगामी आदेश तक प्रदेश में स्पा, क्लब, बार आदि को बंद कर दिया जाए। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी निजी फैक्टि्रयों को कार्यस्थल पर स्वच्छता एवं कोरोना से बचाव के आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने के लिए पाबंद करें। साथ ही उन्हें यह भी एडवाइजरी जारी की जाए कि फैक्टि्रयों में काम करने वाले श्रमिकों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा तथा सवैतनिक अवकाश दिया जाए।


मनरेगा श्रमिकों को कार्यस्थल पर नहीं बुलाएं, मानदेय का भुगतान होगा


मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि मनरेगा श्रमिकों को 31 मार्च तक कार्यस्थल पर आने से रोक दिया जाए। इस अवधि में उनके द्वारा रोजगार मांगने पर नियमानुसार मानदेय का भुगतान किया जाएगा।  


होम आइसोलेशन की पालना नहीं करने वालों पर करें कार्रवाई


मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि इस बीमारी से बचाव का सर्वोत्तम उपाय है कि लोग घर पर ही रहें। जिन व्यक्तियों में इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं, अगर वे होम आइसोलेशन के निर्देशों की पालना नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 में कार्रवाई की जाए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री रोहित कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में 1100 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, जिनमें से 265 जयपुर में हैं।


इससे पहले यूजी और पीजी की अपनी सभी परीक्षाएं 31 मार्च तक स्थगित कर दीं। गुरुवार को सुबह सात से 10 बजे के सेशन में परीक्षा हुई लेकिन इसके बाद की सभी आज होने वाली परीक्षाएं तुरंत प्रभाव से स्थगित कर दी गईं। अब इन परीक्षाओं पर 31 मार्च के बाद सरकार से चर्चा के बाद निर्णय किया जाएगा।


राजस्थान विश्वविद्यालय कुलपति आरके कोठारी ने गुरुवार को आदेश जारी कर कहा कि सरकार ने यूजी और पीजी की सभी परीक्षाएं स्थगित करने के आदेश दिए हैं। इन परीक्षाओं में पांच लाख स्टूडेंट्स अपीयर हो रहे थे। अब इन्हें 31 मार्च तक इंतजार करना पड़ेगा।


उल्लेखनीय है कि सीबीएसई, जेईई मेन्स तथा कई यूनिवर्सिटीज की परीक्षाएं पहले ही स्थगित की जा चुकी हैं। साथ ही चुनाव भी टाले जा रहे हैँ। झुंझुनूं में बुधवार को कोरोना के तीन और मरीज मिलने के बाद राजस्थान सरकार ने बीत रात को आदेश जारी कर प्रदेश में भीड़ को रोकने के लिए धारा 144 लगा दी है। सार्वजनिक स्थानों पर एकसाथ पांच लोग नहीं दिखेंगे। देशभर में कोरोनावायरस के कारण एहतियात बरती जा रही है। इससे देशभर में अघोषित आपातकाल जैसे हालात पैदा हो गए हैँ।


अब तक 231 उड़ानों से 32 हजार से ज्यादा यात्रियों की हुई स्क्रीनिंग
प्रदेश में कोरोना की रोकथाम के लिए  जयपुर में आने वाली सभी उड़ाने से आने वाले यात्रियों की हवाई अड्डे पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। अब तक 231 उड़ानों से 32 हजार से अधिक यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। संदिग्ध पाये गये यात्रियों की चिकित्सा जांच की जा रही है। 


अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि पॉजिटिव पाए गए चारों व्यक्तियों से सम्पर्क में आये सभी व्यक्तियों की सावधानी पूर्वक स्क्रीनिंग की गयी है। इन चार में 3 उपचार के बाद अब कोरोना से मुक्त हो चुके हैं। संदिग्ध पाए गए व्यक्तियों को आईसोलेशन में रखने की व्यवस्था की गयी है। वहीं बुधवार रात तक प्रदेश में कुल 468 सैम्पल जांच हेतु लिए गए। इनमें से 7 पॉजिटिव (जिसमें 3 नेगेटिव आ चुके) तथा 451 नेगेटिव पाए गए। शेष 10 की रिपोर्ट आना बाकी है।