लॉकडाउनः घर जाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे 2400 मजदूर, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां


हैदराबाद
कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसे रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाकर लोगों को घरों में रहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का निर्देश तो दिया गया है लेकिन देश के अलग-अलग हिस्सों से समय-समय पर प्रवासियों के जुटान की तस्वीरें चिंता में डाल रही हैं। ताजा मामला तेलंगाना का है। प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में मंगलवार को तकरीबन 2400 मजदूरों के सड़कों पर उतर प्रदर्शन करने की खबर सामने आई है।



बताया गया कि हैदराबाद आईआईटी में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले तकरीबन 2400 प्रवासी मजदूर बुधवार सुबह सड़कों पर उतर आए। संगारेड्डी रुरल इलाके की पुलिस ने बताया कि मजदूर अपने घर जाना चाहते हैं और इसी मांग को लेकर वे प्रदर्शन कर रहे हैं। फिलहाल, पुलिस उन्हें समझाने में लगी है। इस बीच कुछ प्रवासी मजदूरों ने पुलिस की टीम पर हमला भी किया। बताया गया कि नाराज मजदूरों ने इलाके में तैनात पुलिस की टीम पर पत्थर बरसाए।


पुलिस का जवान घायल
मजदूरों के हमले में एक जवान के घायल होने की खबर है। संगारेड्डी पुलिस ने बताया कि आक्रोशित मजदूरों ने पुलिस के वाहन को भी नुकसान पहुंचाया है। इससे पहले महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के बांद्रा इलाके में प्रवासी मजदूरों की ऐसी ही भीड़ इकट्ठा हो गई थी। बांद्रा में जुटे मजदूर भी घर भेजे जाने की मांग कर रहे थे। कोरोना को लेकर जारी लॉकडाउन के कारण सड़कों पर वाहन नहीं के बराबर चल रहे हैं।


ऐसे में लोगो का अपने घर वापस लौटना मुश्किल हो गया है। इस वजह से बहुत से लोगों ने हजारों किमी की दूरी पैदल नापने की कोशिश की ताकि वह अपने घर पहुंच सकें। बेरोजगारी और भोजन प्रवासी मजदूरों की अहम समस्या है जिसकी वजह से वे अपने घर वापस जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आनंद विहार बस स्टेशन पर भी बीते दिनों हजारों प्रवासी घर जाने के लिए इकट्ठा हो गए थे। वाहन न मिलने पर उनमें से बहुतों ने पैदल ही घर के लिए कूच कर दिया था।