घर जाने का दर्द / गुजरात से यूपी जाने के लिए एक साल के बच्चे को गोद में उठाए चल रही मां, मजदूर बोले- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया, पैसे भी दिए पर मदद नहीं मिली


जयपुर. राजस्थान के रास्ते प्रवासियों का यूपी जाना लगातार जारी है। इस दौरान उदयपुर में सुखेर बायपास अजमेर रोड और बलिचा हाइवे अहमदाबाद रोड पर बड़ी संख्या में प्रवासी पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बाद सब बंद हो गया। थोड़ा बहुत खाकर गुजारा करते रहे, लेकिन जब सब खत्म हो गया तो घर के लिए निकल गए। एक साल के बेटे को गोद में लेकर चल रही मां ने बताया कि दो दिन से सफर कर रहे हैं, लेकिन कोई सुविधा नहीं मिल रही।


एक साल के बेटे को गोद में लेकर चल रही मां


एक साल के बेटे को गोद में लेकर चल रही श्रमिक शबाना और उनके साथ मौजूद लोगों ने बताया कि काम करने गुजरात गए थे। लॉकडाउन के बाद से ही खाली बैठे थे। किसी तरह काम चला रहे थे। अब कुछ नहीं बचा तो वापस जा रहे हैं। दो दिन पहले गुजरात से निकले थे। प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। ऑनलाइन भी रजिस्टर किया, लेकिन सुविधा नहीं मिल रही है। गुजरात से सड़क के रास्ते पैदल आ रही पाना बाई ने बताया, हमें यूपी जाना है। सरकार ने किसी तरह की मदद नहीं की। 


जुगाड़ की गाड़ी से मथुरा जा रहे एक प्रवासी ने बताया कि 2 बच्चों समेत छह लोग मथुरा जा रहे हैं। रास्ते में गाड़ी खराब हो गई तो यहां रुक गए। ठीक करने वाले ने कहा है कि दुकान खुलने पर ठीक करेगा, जिसके बाद आगे जाएंगे। 


ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया, लेकिन मदद नहीं मिली


अहमदाबाद से आ रहे गोविंद और उनके साथियों ने बताया कि वहां काम करने गए थे। एलुमीनियम का काम करते थे। अब सब बंद हो गया तो यूपी में गांव बस्ती जा रहे हैं। अभी पहुंचने में 3 से 4 दिन लग जाएंगे। सभी ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करवाया था। पैसे भी जमां करवाया, कोई रसीद भी नहीं मिली। खाने-पीने तक के पैसे नहीं बचे थे। इसके बाद निकल गए। 


गोविंद अपने साथियों के साथ अहमदाबाद में एलुमिनियम का काम करता था। काम बंद हो गया तो खाने के भी पैसे नहीं बचे।


रास्ता पता नहीं, बस घर पहुंच जाएं


गुजरात से आ रहीं नीलम बैन ने बताया कि अहमदाबाद से निकले थे। राजस्थान की एक गाड़ी उदयपुर तक छोड़ गई। अब झांसी जाना है। रास्ते का तो पता नहीं बस किसी तरह पहुंच जाएं।