जानलेवा इलाज: कोरोना से बचने को बनाई 'घरेलू दवाई', पीकर मौत


नई दिल्ली
कोरोना के डर से कुछ लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खुद ही नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। चेन्नै के एक आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट और एक कंपनी में प्रॉडक्शन मैनेजर ने भी कोरोना से बचने का एक ऐसा ही प्रयोग किया। उन्होंने एक आयुर्वेदिक दवा तैयार की और खुद ही उसे पी लिया। दवा पीते ही उनकी मौत हो गई।

47 साल के फार्मासिस्ट के. सिवानेसन चेन्नै के सुजाता बायोटेक में काम करते थे। कंपनी का एक प्लांट उत्तराखंड के काशीपुर में है और वह वहीं काम करते थे। लॉकडाउन के चलते वह चेन्नै में ही फंस गए। वहां उन्होंने एक केमिकल से दवाई तैयार की। यह एक पाउडर था। इसे पहले उन्होंने अपनी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर को पीने के लिए दिया। इसे पीते ही वह बेहोश हो गए। इसके बाद सिवानेसन ने खुद को पाउडर को पानी में मिलाकर पी लिया।


बेहोश होने पर उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद केस दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी सिवानेसन कई दवाइयों का फॉर्म्युला तैयार कर चुके थे। 
सीनियर को भी पिलाई दवा
सिवानेसन ने तथाकथित दवाई बनाकर पहले अपनी कंपनी के सीनियर अधिकारी को पिलाई। दवा पीकर वह बेहोश हो गए थे। इसके बाद उन्होंने खुद उस दवा को पी लिया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।