राजस्थान ने हासिल किया 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने का लक्ष्य: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री


जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने शनिवार को बताया कि प्रदेशभर के चिकित्सा संस्थानों में अब कोरोना के 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो सकेंगे। सरकार ने कुछ दिनों पहले ही यह लक्ष्य रखा था, जिसे विभाग चिकित्सक और अधिकारियों ने मिलकर पूरा कर दिया। 


डॉ. शर्मा ने बताया कि 2 मार्च को प्रदेश में पहला कोरोना पॉजीटिव केस चिन्हित हुआ था, तब प्रदेश में कोरोना जांच की सुविधा नहीं थी और हमें सैंपल की टेस्टिंग के लिए पुणे की लैब में भेजने पड़े थे। महज 2 महीनों में ही प्रदेश में 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने का लक्ष्य पूरा हो गया। जयपुर और जोधपुर में कोबास-8800 मशीने शुरू होने के बाद 4-4 हजार जांचों में और बढ़ोतरी हो जाएगी।


पॉजीटिव से निगेटिव की संख्या में जबदस्त इजाफा 
डॉ. शर्मा ने बताया कि चिकित्साकर्मियों की मदद और कोरोना मरीजों के जज्बे के चलते प्रदेश में पॉजीटिव से निगेटिव होने की तादात तेजी से बढ़ रही है। प्रदेश में शनिवार दोपहर 2 बजे तक 2720 पॉजीटिव मरीज चिन्हित किए गए हैं। इनमें से लगभग 1121 मरीज पॉजीटिव से निगेटिव हो चुके हैं, जबकि 714 को तो डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 1 लाख 13 हजार 934 सैंपल लिए जा चुके हैं। देश में कुछ ही ऐसे राज्य हैं, जहां इतने व्यापक स्तर पर सैंपल लिए गए हैं। 


बाहर से आने वाला व्यक्ति करे क्वारैंटाइन का कड़ाई से पालन
डॉ. शर्मा ने बताया कि ट्रेन के जरिए शुक्रवार रात अप्रवासी राजस्थानियों और श्रमिकों को लाने-ले जाने का कार्य शुरू कर दिया है। इस दौरान यह सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा कि उनसे प्रदेश में संक्रमण ना फैले। इसके लिए सभी जिला कलेक्टर्स को बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग करने और उन्हें होम क्वारैंटाइन या सरकारी क्वारैंटाइन में 14 दिन रखने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में गांव, मोहल्ले के सभी लोग भी जागरूक रहें कि कोई भी बाहर से आने वाला व्यक्ति 14 दिन के क्वारैंटाइन पीरियड का पालन जरूर करे। सभी के सहयोग और जागरूकता से ही कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है।