प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को पहले पिछले पाँच साल के भाजपा शासन के कार्यकाल की समीक्षा करनी चाहिए-डॉ. अर्चना शर्मा


जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष एवं मीडिया चेयरपर्सन डॉ. अर्चना शर्मा ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष द्वारा कांग्रेस सरकार के 10 महीने के कार्यकाल को लेकर आरोप पत्र जारी करने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की हुई शिकस्त से ऊपजी बौखलाहट का परिचायक बताया है।


डॉ. शर्मा ने कहा कि भाजपा की गत् सरकार ने प्रदेश की जैसी जर्जर आर्थिक अवस्था छोड़ी थी उससे सब वाकिफ है और यह भी सब जानते है कि चुनावी वर्ष में गत् भाजपा सरकार ने बिना बजटीय प्रावधान के योजनाओं की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने राजस्थान के साथ गत् भाजपा कार्यकाल व वर्तमान कांग्रेस कार्यकाल में कोई सहयोगात्मक रवैया नहीं रखा और प्रदेश को उसके अधिकारों से वंचित किया है, इसके बावजूद प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पिछले 10 महीनों के दौरान घोषणा पत्र में किए समस्त वादों को पूरा करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि गत् भाजपा सरकार के दौरान किसान ऋण माफी के नाम पर सिर्फ अवार्ड जारी किए गए थे जबकि कांग्रेस की सरकार ने पूरी पारदर्शिता के साथ कृषक ऋण माफी को अंजाम दिया है, साथ ही बेरोजगारी भत्ता देकर व रोजगार सृजन के रास्ते सुदृढ़ कर युवाओं एवं बेरोजगारों को राहत प्रदान की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में माननीय मुख्यमंत्री ने आर्थिक रूप से पिछड़ों के आरक्षण में सम्पत्ति के प्रावधान को हटाकर इस वर्ग को राहत देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है।


उन्होंने कहा कि खुद केन्द्र सरकार के आंकड़े इस बात के सूचक है कि देश में भाजपा सरकार बनने के बाद से बेरोजगारी दर पिछले 45 वर्षों में सबसे अधिक रही है और जिस मनरेगा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के पटल पर धिक्कारा था, वही रोजगार सृजन की यूपीए सरकार की योजना वर्तमान समय में केन्द्र की भाजपा सरकार की रिपोर्ट के अनुसार बेरोजगारों को रोजगार देने का एक मात्र माध्यम बन गई है जिसमें स्पष्ट हुआ है कि जहाँ वर्ष 2013-14 में 18 से 30 वर्ष की आयु में मनरेगा के तहत् रोजगार प्राप्त करने वालों की संख्या 58.69 लाख थी, वह 2018-19 में बढक़र 70.71 लाख   हो गई है।


उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष को कांग्रेस सरकार को लेकर आरोप पत्र जारी करने से पहले पिछले पाँच साल के भाजपा शासन के कार्यकाल की समीक्षा करनी चाहिए और यदि उन्हें दुविधा हो तो प्रदेश कांग्रेस द्वारा उनकी सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर प्रतिवर्ष जारी ब्लैक पेपर के आंकड़ों की सहायता ले सकते है, जिसमें उनकी सरकार का विभागवार विफलताओं का विवरण आंकड़ों के साथ उपलब्ध है।


डॉ. शर्मा ने कहा कि भाजपा अवसरवादी पार्टी है जो गठबंधन में भी अवसर तलाशती है और जनादेश की भावना के खिलाफ सत्तारूढ़ होने के लिए हमेशा तत्पर रहने की प्रवृत्ति के चलते लोकतंत्र को आघात पहुंचा रही है।