अजीतगढ़ (सीकर). यहां किशोरपुरा इलाके में स्कूल नहीं जाने के लिए 12 साल के एक बच्चे ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। बच्चे ने पुलिस को बताया कि बोलेरो सवार कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। चलती गाड़ी से कूदकर उसने अपनी जान बचाई। बच्चा पुलिस को करीब 7 घंटे (सुबह आठ से दोपहर तीन बजे तक) तक गुमराह करता रहा। हालांकि, बाद में जब पुलिस ने बच्चे से ताऊ के सामने सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच बता दिया।
5वीं में पढ़ता है बच्चा, यूं रची कहानी:
- पुलिस के मुताबिक, बुधवार सुबह 5वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चे को परिजनों ने नजदीक स्थित चाचा की दुकान से सामान लेने भेजा। बच्चा घर से करीब दो किमी दूर स्थित एक दुकान वाले के पास रोता हुआ पहुंचा। उसने दुकानदार को बताया कि कुछ बोलेरो सवार बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया था।
- बच्चे ने यह भी बताया कि बोलेरो में बोरियों में बंधे तीन बच्चे और भी हैं। वह किसी तरह चलती बोलेरो से कूद कर भागा है। इसके बाद दुकानदार ने घटना की सूचना परिजनों और पुलिस को दी।
- इलाके में बच्चे के अपहरण की कोशिश की सूचना तेजी से फैल गई। मौके पर भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने इलाके की नाकाबंदी करवा दी। पुलिस घटना की जांच में जुट गई।
इसलिए हो गया पुलिस को शक
सड़क पर चलती बोलेरो से कूदने की जो कहानी बच्चे ने पुलिस को सुनाई। वह पुलिस के गले नहीं उतर रही थी। क्योंकि, बच्चे के शरीर में न तो कोई चोट लगी थी और न ही उसके कपड़े गंदे मिले। इसके बाद पुलिस अंशु और उसके ताऊ को अजीतगढ़ थाने ले आई।
ननिहाल में पढ़ता है, दीपावली की छुट्टी के बाद नहीं गया
पुलिस ने बताया कि छात्र ननिहाल में कक्षा 5 में पढ़ता है। दीपावली की छुट्टी में घर आया था। छुट्टियां पूरी होने के बाद स्कूल नहीं जाने से स्कूल और मामा के यहां से फोन आ रहे थे। इस पर परिजन उसे आज वापस ननिहाल बोबाड़ी भेजने की बात कह रहे थे। इसी के चलते उसने अपहरण की कहानी रची। पूछताछ में सच उगलने के बाद बच्चे ने पुलिस को बताया कि वह घर से निकलने के बाद एक जीप में लिफ्ट लेकर दो किमी. दूर पहुंचा था।