अयोध्या फैसला - मुख्यमंत्री गहलोत बोले- कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए, देश में शांति और सद्भाव बनाए रखें


जयपुर. सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या मामले पर फैसले का सभी वर्गों ने स्वागत किया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमें कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। उम्मीद है कि प्रदेश के अंदर भी और देश में भी शांति और सद्भाव बना रहेगा। 


गहलोत ने कहा कि लंबे इंतजार के बाद में आखिर वो दिन आ ही गया। अयोध्या को लेकर आज फैसला हुआ है। लंबी प्रक्रिया के अंतर्गत किया गया है। इसका सबको सम्मान करना चाहिए और शांति सद्भाव बनाए रखना चाहिए। कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। उम्मीद है कि प्रदेश के अंदर भी और देश में भी शांति और सद्भाव बना रहेगा। कुछ एंटी सोशल एलीमेंट्स अगर गडबड़ करने का प्रयास करेंगे तो राजस्थान में हमने निर्देश दे रखे है कि इसे हैवी हैंड से डील करें। वो कोई भी जाति का हो बिरादरी का हो। 


गहलोत ने आगे कहा कि भाजपा के तो चुनावी मुद्दे होते हैं। चुनाव जीतने के लिए होते हैं। जनता से सरोकार नहीं होता है। देश के हालात बद से बदतर हो रहे हैं। दुनिया जानती है देश जानता है। महंगाई बढ़ती जा रही है। नौकरी जा रही है, इंवस्टमेंट नहीं आ रहा है। एक्सपोर्ट हो नहीं रहा है। तो कोई तालुल्क नहीं है बीजेपी के नेताओं को और जब निर्मला सीतारमण के पति कह रहे हैं कि इनको समझ ही नहीं है अर्थव्यवस्था की। पंडित नेहरू की जो नीति थी उनको भुला दिया है इन्होंने। तो इनको चाहिए कि नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह जी की नीतियों को अपना कर चले। तो यह अर्थव्यस्था ठीक हो जाएगी। इसके क्या मायने हैं। दिखता ही नहीं है लोगों को उनको केवल राष्ट्रवाद है धर्म के नाम पर राजनीति करनी है। 370 पर राजनीति करनी है। कब तक करते रहेंगे। जनता बहुत समझती है। तभी तो झटका मिला इनको चुनाव में।


गहलोत ने कहा कि भाजपा ने जो किया पिछले 25-30 साल के अंदर सबके सामने हैं। उस समय भी मान लो ये ज्यूडीशरी पर डिपेंड रहते, आज यह नौबत नहीं आती। ज्यूडिशरी पर विश्वास कर इन सब से बचा जा सकता था।