नई दिल्ली
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना और बीजेपी के रिश्तों में आई दरार अब दिल्ली तक पहुंच गई है। सोमवार को मोदी सरकार में शिवसेना के कोटे से मंत्री अरविंद सावंत ने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। सावंत ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वह सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फैसले की पूरी जानकारी देंगे।
...तो एनसीपी की शर्त पूरी कर रही शिवसेना?
शिवसेना के इस नए दांव को महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के कदम के तौर पर भी देखा जा रहा है। बता दें कि एनसीपी ने महाराष्ट्र में गठबंधन से पहले शिवसेना के सामने एनडीए से अलग होने की शर्त रखी है। अब सवाल यह है कि केंद्र में मोदी की टीम से अलग होने के बाद क्या शिवसेना एनडीए से भी ब्रेकअप का ऐलान करेगी?
मराठी में ट्वीट कर दी इस्तीफे की जानकारी
अरविंद सावंत दक्षिणी मुंबई से सांसद हैं और केंद्र में शिवसेना के कोटे से मंत्री हैं। उन्हें बाहरी उद्योग मंत्रालय दिया गया था, लेकिन अब उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। सावंत ने ट्वीट किया, 'शिवसेना का पक्ष सत्य के साथ है। ऐसे खराब माहौल में दिल्ली की सरकार में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं और आज 11 बजे प्रेस के सामने अपना पक्ष रखूंगा।'
बीजेपी ने सरकार नहीं बनाने की बात स्वीकार की
बता दें कि बीजेपी ने रविवार को राज्यपाल से मिलकर यह स्वीकार कर लिया था कि शिवसेना की मदद के बिना वह राज्य में सरकार नहीं बना सकती। राज्यपाल से मीटिंग के बाद बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है। हम सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं। सेना चाहे तो कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बना सकती है। राज्यपाल से मिलने वाले नेताओं में कार्यकारी मुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटिल, विनोद तावड़े और पंकजा मुंडे समेत कई बड़े नेता मौजूद थे।
क्या है NCP-शिवसेना सरकार का गणित
महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना की 56 सीटें है। वहीं शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 सीटें हैं। अगर शिवसेना-एनसीपी मिलकर सरकार बनाते हैं और कांग्रेस बाहर से समर्थन देती है तो इस गठबंधन को आराम से 145 का मैजिक नंबर मिल जाएगा।