भरतपुर. डॉक्टर पति की प्रेमिका से प्रतिशोध लेने के लिए डॉक्टर सीमा गुप्ता इस कदर परेशान थी कि वह दोपहर 1.30 बजे ही अपनी सास को लेकर सूर्या सिटी स्थित मकान पर पहुंच गई थी। करीब आधा घंटे बाद यानि 2 बजे डॉक्टर सुदीप गुप्ता भी वहां पहुंच गए थे। लेकिन, मृतक दीपा गुर्जर उन्हें वहां नहीं मिली, क्योंकि वह तलाक के मुकदमे में तारीख पेशी पर कोर्ट गई हुई थी। इस बीच डॉक्टर फैमिली ने सूर्या सिटी में दीपा के मकान के दो-तीन चक्कर लगाए। जब दोपहर करीब 3 बजे दीपा गुर्जर घर लौटी तो पहले सीमा गुप्ता और उसकी सास का उससे झगड़ा हुआ और आवेश में आकर उन्होंने स्प्रिट छिड़ककर मकान में आग लगा दी। दीपा और उसका बेटा बाहर न भाग जाएं, इसलिए रसोई में बंद कर दिया।
पुलिस की ओर से खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज, कॉलोनी के चौकीदार से की गई पूछताछ और प्रारंभिक जांच में ये तथ्य निकलकर सामने आए हैं। पुलिस तीनों की कॉल डिटेल्स भी खंगाल रही है ताकि इनकी बातचीत से ठोस जानकारी हासिल हो सके। हालांकि इस मामले में ब्लैकमेलिंग समेत कई तरह की आशंकाएं सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि मृतक दीपा गुर्जर डॉक्टर सुदीप पर यह मकान अपने नाम करने के लिए दबाव बना रही थी। इसीलिए डॉक्टर फैमिली उससे पीछा छुड़ाना चाहती थी। इस बीच, पुलिस ने डॉक्टर सीमा गुप्ता के श्रीराम गुप्ता अस्पताल को बंद करवा दिया है और मौके पर पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया है।
आरोप- दीपा की बहिन राधा ने दर्ज कराया केस, बोली-डॉ. सुदीप ने बनाए थे संबंध
मृतक दीपा गुर्जर की छोटी बहन राधा ने डॉक्टर सुदीप गुप्ता, उसकी पत्नी सीमा गुप्ता और मां सुरेखा गुप्ता के खिलाफ चिकसाना थाने में आपराधिक षडयंत्र एवं हत्या करने का मामला दर्ज कराया है। एफआईआर में आरोप है कि उसकी बड़ी बहन दीपा गुर्जर काली की बगीची स्थित श्रीराम गुप्ता हॉस्पीटल में नर्सिंग का कार्य करती थी। उस दौरान डॉक्टर डॉ. सुदीप गुप्ता ने उससे संबंध बना लिए। यहां तक उसने दीपा को सूर्या सिटी में मकान बनवाकर रहने के लिए दे दिया। जब इसकी जानकारी सुदीप की पत्नी डॉ. सीमा गुप्ता और उसकी मां सुलेखा हुई तो वे 7 नवंबर को उससे झगड़ा करने मकान पर आ गईं। बाद में डॉक्टर सुदीप, उसकी पत्नी और मां ने बेइज्जती के डर से शाम 4.15 बजे षडयंत्र रचकर मेरी बहन दीपक और उसके लड़के शौर्य को रसोई में बंद करके आग लगा दी। इससे मेरी बहन दीपक और उसके पुत्र शौर्य की दम घुटने से मौत हो गई।
तीनों ने मेरी बहन और उसके पुत्र को जान से खत्म करने की नीयत से आग लगाई थी। इसकी सूचना मुझको मोबाइल द्वारा मिली तो मैं मेरी मां और बहन मौके पर पहुंचे। वहीं सूचना मिलने पर मेरा भाई अनुज भी मौके पर पहुंच गया जिसने दोनों को बचाने का भरसक प्रयास किया, जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया। जिसको आरबीएम हॉस्पीटल में भर्ती किया लेकिन हालत गंभीर होने पर अब उसका उपचार एसएमएस अस्पताल जयपुर में चल रहा है। इस पर चिकसाना पुलिस ने डॉ. सीमा गुप्ता, डॉ. सुदीप गुप्ता और सुरेखा गुप्ता को आईपीसी की धारा 302, 120बी, 436 व 34 के तहत गिरफ्तार कर लिया। इनमें सीमा और उसकी सास को जेल भेज दिया गया। जबकि सुदीप को दो दिन के रिमांड पर लिया है।
डॉक्टर सीमा और सास के हाथों पर मिले स्प्रिट के अंश, बयानों में भी विरोधाभास
पति की प्रेमिका से प्रतिशोध लेने के लिए डॉक्टर सीमा गुप्ता की लगाई आग दूसरे दिन तक भी नहीं बुझी थी। क्योंकि मकान ज्यादातर प्लास्टिक का फर्नीचर लगा हुआ था। दूसरे दिन जब पुलिस और एफएसएल की टीम वहां पहुंची तो मकान के एक हिस्से आग धधक रही थी। इस पर दमकल बुलाकर आग बुझाई, फिर मौके से सबूत जुटाए। पुलिस ने मौके से स्प्रिट की वह बोतल बरामद कर ली है, जिससे सीमा और उसकी सास ने कमरे में फर्नीचर पर स्प्रिट छिड़ककर आग लगाई थी। जांच में उनके हाथों पर भी स्प्रिट के अंश मिले हैं। पूछताछ में इन तीनों के बयानों में भी विरोधाभास सामने आया है। पहले कहा जा रहा था कि डॉक्टर सीमा और उसकी सास साढ़े तीन बजे सूर्या सिटी पहुंचे थे और पुलिस के बुलावे पर 4 बजे डॉक्टर सुदीप गुप्ता वहां पहुंचे। जबकि सीसीटीवी फुटेज और चौकीदार के बयानों से सामने आया है कि सीम और सुरेखा डेढ़ बजे और डॉक्टर सुदीप 2 बजे दीपा के घर पर पहुंचे थे, लेकिन वह नहीं मिली। तो इन्होंने दो बार चक्कर लगाए। तीसरी बार मिलने पर आ लगा दी।
आशंका- दीपा मकान नाम कराने के लिए सुदीप पर दबाव बना रही थी
प्रारंभिक पूछताछ में कई आशंकाएं सामने आ रही हैं। इनमें एक आशंका यह भी है कि संभवत: दीपा गुर्जर डॉक्टर सुदीप को अनैतिक संबंधों के नाम पर ब्लैकमेल कर रही थी। क्योंकि उसका बेटा शौर्य पटेल शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ता था। उसकी महंगी फीस आदि को लेकर भी पुलिस पड़ताल कर रही है कि आखिर इतना बड़ा खर्चा कौन उठा रहा था। यह भी आशंका जताई जा रही है कि संभवत: दीपा गुर्जर डॉक्टर सुदीप पर मकान को अपने नाम करने के लिए दबाव बना रही थी। जिसका उनकी पत्नी डॉक्टर सीमा गुप्ता विरोध कर रही थी।
डॉक्टर सीमा गुप्ता और सुरेखा हाथों में मिले हैं स्प्रिट के अंश : एएसपी
पुलिस ने कोल्ड ड्रिंक्स की वह बोतल बरामद कर ली है जिसमें डॉ. सीमा गुप्ता स्प्रिट लेकर पहुंची थी। जांच में सीमा और उसकी सास सुरेखा के हाथों में स्प्रिट के अंश मिले हैं। सूर्या सिटी के चौकीदार से पूछताछ की गई तो पता चला कि सीमा और उसकी सास सुरेखा गुरूवार को करीब डेढ़ बजे ही वहां पहुंच गए थे। करीब आधा घंटे बाद यानि दो बजे डॉ. सुदीप गुप्ता वहां पहुंचे। इसके बाद इनका करीब तीन बार आना जाना हुआ। -डॉ. मूल सिंह राणा, एएसपी
दूसरे दिन भी हत्या की गवाही देते रहे 2 सबूत
1. गेट जल गया, लेकिन कुंदी ज्यों की त्यों लगी थी- डॉ. सीमा गुप्ता स्प्रिट छिड़कर आग लगाने के बाद मुख्य दरवाजे की जो कुंदी लगाई थी, वह दूसरे दिन भी पुलिस को जस की तस मिली। चौखट जलने से दरवाजा खोलकर पुलिस ने शवों को निकाला।
2. सीमा जिस बोतल में स्प्रिट ले गई, वह मिली- पुलिस ने मौके से कोल्ड ड्रिंक की वह बोतल भी बरामद कर ली है जिसमें सीमा गुप्ता स्प्रिट भरकर लाई थी और फर्नीचर पर छिड़कर आग लगा दी थी। दीपा और उसके बेटे की दम घुटने से मौत हो गई थी।