नहर में गिरने से बहे बाइक सवार पिता-पुत्र का शव मिला, 3 साल की बेटी की तलाश जारी


बांसवाड़ा (नवागांव). शहर के समीप भंडारिया हनुमान मंदिर के पास की बाई मुख्य नहर में शनिवार दोपहर को गिरने से बहे बाइक सवार व्यक्ति और उनके बेटे का शव रविवार को मिल गया। जिसे सिविल डिफेंस की टीम ने बाहर निकाल लिया। वहीं, बाइक चालक की साढ़े तीन साल का पता नहीं चला है। नहर में उसकी तलाश जारी है।


वहीं, मृतक की पत्नी नहर में गिरने पर एक पाइप की मदद से बचकर सकुशल बाहर आ गई थी। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची थी। तब नहर में गिरे बाइक चालक और उनके बेटे के शव को बाहर निकाला गया।


रविवार सुबह बाइक सवार शिक्षक का शव नहर में गिरने के स्थान के पास ही बाइक के साथ सुबह करीब 7 बजे मिला। वहीं देवीसिंह के बेटे का शव करीब डेढ़ घण्टे बाद वहां से करीब तीन किमी आगे भापोर क्षेत्र में पानी में पत्थरों के बीच फंसा हुआ मिला। 


इस तरह हुई थी दर्दनाक घटना


गौरतलब है कि पिपलोद क्षेत्र में रहने वाले और पेशे से वरिष्ठ शिक्षक देवीसिंह अपनी पत्नी एवं दो बच्चों के साथ शनिवार को शहर की मोती माता जी पर दर्शन के लिए निकले थे। वहां से झाड़-फूंक के बाद वे शनिवार दोपहर करीब 2 बजे नहर के रास्ते वापस लौट रहे थे। तभी केवलपुरा के पास अचानक तेज रफ्तार बाइक असंतुलित होकर नहर में गिर गई।


इससे बाइक सवार देवी सिंह उनकी पत्नी दीपिका, बड़ा बेटा गौतम व साढ़े तीन साल की बेटी निधि पानी के तेज बहाव में नहर में गिरने से बह गए। इस दौरान देवी सिंह की पत्नी दीपिका को नहर में एक पाइप का सहारा मिल जाने से वह बाहर निकल आई। सूचना मिलने पर पुलिस और सिविल डिफेंस टीम मौके पर पहुंची।


तब नहर में गिरे पिता देवी सिंह और उनके दोनों बच्चों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु हुआ। देर रात तक बाईं मुख्य नहर में तलाश की गई। लेकिन कुछ पता नहीं चला। रविवार सुबह फिर से सिविल डिफेंस के गोताखोर टीम नहर में उतरी। तब बाइक चालक देवी सिंह व उनके बेटे का शव मिल गया। कोतवाली पुलिस ने दोनों शव बांसवाड़ा महात्मा गांधी अस्पताल मोर्चरी में भिजवाये। जहां पोस्टमार्टम करवाया गया। इस घटना देवी सिंह के परिजनों में कोहराम मच गया।