जयपुर. मंगलवार को बिडला सभागार में विशेषज्ञ वैज्ञानिक समिति के साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए विद्यार्थियों के साक्षात्कार किया। जिसमें शासन सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मुग्धा सिन्हा भी मौजूद रहीं। उन्होंने कहा कि इन्टर्नशिप कार्यक्रम के तहत विभाग के द्वारा राज्य के 45 विद्यार्थियों का 3 से 6 माह तक इन्टर्नशिप के लिए चयन किया जा रहा है। इसके लिए मंगलवार को विद्यार्थियों के साक्षात्कार लिए गए। उन्होंने कहा कि ये विद्यार्थी विभिन्न जिलों से शिक्षा ग्रहण कर रहे है। चयनित विद्यार्थी सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन, आमजन को होने वाले फायदे एवं उनमें बेहतरी के लिए सुझावों सहित अन्य बिन्दुओं पर कार्य करेंगे।
सिन्हा ने कहा कि इन्टर्नशिप के लिए जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा सहित अन्य जिलों के करीब 100 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। जिसमें से बायो टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप, रिमोट सेन्सिंग, आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स, नेनो टेक्नोलॉजी, कृषि, पर्यावरण एवं क्लाइमेंट चेंज बौद्धिक सम्पदा का अधिकार, इन्टरनेंट ऑफथिग्ंस जैसे प्रोजेक्ट के माध्यम से विद्यार्थी सरकारी योजनाओं के ऊपर इन्टर्नशिप करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस प्लेटफार्म के माध्यम से छात्र-छात्राओं को सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में पता चलेगा तथा सरकार के विजन एवं किए जा रहे कार्यो के बारे में अवगत होंगे। उन्होंने बताया कि इन्टर्नशिप पूरी होने पर विभाग की ओर से चयनित विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया जाएगा ताकि जब भी विद्यार्थी शिक्षा पूरी कर नौकरी के लिए आवेदन करेगा तो उसमें सरकार के साथ कार्य करने का अनुभव उनके लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
शासन सचिव ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवा वैज्ञानिकों को आंत्र प्रेनियोर बन पायेगें। सरकार की दिशा में कार्य करने का मौका मिलेगा। संसाधनों एवं डेटा एनालाइसिस में समझ विकसित होगी। उन्होंने बताया कि इन्टर्नशिप की रिपोर्ट के द्वारा विभिन्न योजनाओं की समीक्षा भी प्राप्त होगी। जिससे भविष्य में नीति निर्धारण में इसका उपयोग किया जा सकेगा।