डीडवाना. बीकानेर में महाजन रेंज में चल रहे भारत व फ्रांस के संयुक्त युद्धाभ्यास में टैंक का बैरल फटने से शहीद हुए शब्बीर खान का आज पैतृक गांव में सुपुर्द ए खाक किया गया। जिसके लिए उनका शव डिडवाना के पास दाऊदसर गांव लाया जा रहा है। सुबह शहीद का शव सेना के वाहन से डीडवाना बांगड अस्पताल से पैतृक गांव के लिए रवाना हुआ। रास्ते में जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर शहीद को अंतिम विदाई दी।
इस दौरान डीडवाना विधायक चेतन डूडी, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर नागौर मनोज कुमार, प्रधान जालाराम भाकर सहित सैकड़ों लोग जनाजे में शामिल रहे।
गौरतलब है कि गुरुवार को सैन्य अभ्यास के दौरान टैंक का बैरल फटने से शब्बीर की मौत हो गई, जबकि दो सुरक्षित निकल गए। आग से बुरी तरह झुलसने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बता दें कि शब्बीर 2002 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। जो सेना की आर्मर्ड कॉर्प की 90 आर्मर्ड रेंजिमेंट में हवलदार के पद पर तैनात थे। दाऊदसर में जन्मे शब्बीर के पिता गांव में ही एक छोटी सी दुकान चलाते हैं।
शब्बीर खान के पीछे उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं। सबसे बड़े बेटे की उम्र अभी महज 14 साल है। वहीं एक बेटा 10 साल और एक बेटी 8 साल की है। शब्बीर 23 अगस्त को ही छुट्टी पूरी कर के लौटे थे। वहीं युद्धाभ्यास के बाद वापस आने की बात कहकर गए थे।