नई दिल्ली
देश में ऑटोमोबाइल सेक्टर समेत कई क्षेत्रों में आर्थिक सुस्ती के हालात बने हुए हैं। सरकार इससे निपटने के लिए कदम भी उठा रही है। दूसरी तरफ सत्ताधारी पार्टी के ही बड़े नेता इसपर ऊटपटांग बयान देने से भी नहीं चूक रहे हैं। बलिया से बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने लोकसभा में कहा है कि अगर वाहनों की बिक्री घट गई है तो सड़कों पर जाम क्यों लग रहा है? उन्होंने कहा कि सरकार को बदनाम करने के लिए लोग ऐसी बातें फैला रहे हैं।
सिंह ने संसद में यह भी दावा किया कि प्याज के महंगे होने की बात कही जा रही है लेकिन वह अपने क्षेत्र में 25 रुपये प्रति किलो प्याज दिलवाते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार को घेरने के लिए ऐसी बातें फैलाती रहती है। सांसद ने कहा कि आज एक-एक घर में कई गाड़ियां होती जा रही हैं।
वीरेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आंकलन जीडीपी से नहीं लगाया जा सकता है क्योंकि वहां श्रम आधारित व्यवस्था है और लोगों में बचत की परंपरा है। गौरतलब है कि आर्थिक सुस्ती को लेकर वित्त मंत्री यह मान चुकी हैं कि दुनियाभर में सुस्ती का माहौल है जिसका असर भारत पर भी है। इसके बावजूद कई नेता आर्थिक सुस्ती पर बेतुके बयान दे जाते हैं।
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री सुरेश अंगड़ी ने कहा था कि ट्रेन,एयरपोर्ट फुल हैं, लोगों की शादियां हो रही हैं, इससे साफ पता चलता है कि देश की इकॉनमी अच्छा कर रही है। अंगड़ी ने भी कहा था कि लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि बिगाड़ने के लिए ऐसी बातें करते हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि फिल्में करोड़ों का कारोबर कर रही हैं तो फिर देश में सुस्ती कैसे है? प्रसाद की इस बयान पर काफी बवाल हुआ था और फिर उन्होंने बयान वापस ले लिया था।