बिहार के बेतिया में उन्नाव जैसी दरिंदगी का आरोप, युवती को जिंदा जलाया


बेतिया
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में जिंदा जलाई गई 19 साल की युवती की मौत हो गई है। आरोप है कि 25 साल के शख्स ने घर में घुसकर युवती पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी थी। मंगलवार सुबह नरकटियागंज के पास एक गांव में यह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। आरोपी और मृतक युवती के बीच लव अफेयर की बात भी सामने आ रही है। बेतिया पुलिस ने आरोपी अरमान को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता की मां ने अरमान पर रेप का आरोप लगाया है।


70 प्रतिशत झुलस चुकी पीड़िता की मौत
वारदात के बाद मंगलवार शाम को युवती को इलाज के लिए पटना लाया जा रहा था, लेकिन करीब 70 प्रतिशत झुलस चुकी पीड़िता ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में दम तोड़ दिया। इस बीच यह बात भी सामने आ रही है कि युवती गर्भवती थी। बेतिया की एसपी निताशा गुड़िया का कहना है, 'आरोपी अरमान को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और हम इस बारे में जांच कर रहे हैं। पीड़ित पक्ष का दावा है युवती के पेट में एक महीने का गर्भ था।'


एसपी का कहना है कि पीड़िता ने अरमान पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। पीड़िता द्वारा अरमान पर शादी का दबाव बनाया जा रहा था पर वह इनकार कर रहा था, जिसको लेकर युवती ने यह कदम उठाया। नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिवकुमार ने बताया था कि पीड़िता करीब 70 प्रतिशत झुलस गई थी।

मां का आरोप- गन्ने के खेत में किया रेप
पीड़िता की मां भूमिहीन मजदूर हैं। उन्होंने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'एक महीने पहले मैं और मेरी बेटी धान की फसल काट रहे थे। इसी दौरान उसे खेत में छोड़कर मैं खाना पकाने के लिए घर चली गई। तभी वहां घूम रहे अरमान ने उसे गन्ने के खेत में खींचते हुए बलात्कार किया। जब बेटी ने मुझे इस बारे में बताया तो मुझे कुछ सूझ नहीं रहा था। पांच महीने पहले मैंने अपने पति को खो दिया था। मेरे दो बड़े बेटे काम की तलाश में दरभंगा और नेपाल जा चुके हैं।'


पीड़िता के गर्भवती होने का दावा, पंचायत होनी थी
मां का कहना है कि आरोपी ने लगातार उनकी बेटी का यौन शोषण किया। उन्होंने कहा, 'मैं क्या कर सकती थी? मैं केवल यह चाहती थी कि वह उससे शादी करके अपने पास रख ले।' सोमवार शाम को उसी गांव में रहने वाले युवती के जीजा ने अरमान से शादी के लिए कहा। मेरी बेटी गर्भवती हो चुकी थी। आरोपी अरमान से कहा गया कि युवती के बड़े भाई मंगलवार सुबह पंचायत में मामला सुलझाने के लिए आएंगे। पीड़िता की मां के मुताबिक आरोपी अरमान और उसके दामाद चचेरे भाई हैं।

'मैंने देखा कि मेरी बेटी जल रही है'
मंगलवार सुबह युवती के बड़े भाई दरभंगा से गांव पहुंचे। मां का कहना है, 'अचानक हमें बेटी की चीख सुनाई दी। जला दिया...मैंने देखा कि मेरी बेटी जल रही है। हमने वहां पहुंचकर आग की लपटों को बुझाने की कोशिश की।' युवती को पहले नरकटियागंज के सब डिविजनल अस्पताल लाया गया। बाद में उसे बेतिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज रिफर किया गया। यहां पर उसे ड्रिप चढ़ाने के साथ ऑक्सिजन दी गई। लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि 70 प्रतिशत जलने के बाद उसकी हालत नाजुक है। इसके बाद शाम को पीड़िता को पटना पीएमसीएच रिफर किया गया।


पटना रिफर, हाजीपुर के पास दम तोड़ा
युवती की मां ने टीओआई को बताया, 'ऐम्बुलेंस वाला हमसे 3100 रुपये मांग रहा था। एक हॉस्पिटल कर्मचारी ने कहा कि लाल बीपीएल या आधार कार्ड के बगैर फ्री ऐम्बुलेंस सेवा नहीं मिल सकती है। हमारे पास दोनों कार्ड हैं लेकिन वे घर पर रखे थे।' जब टीओआई ने इस मुद्दे को अस्पताल प्रशासन के सामने उठाया तो शाम को फ्री ऐम्बुलेंस सेवा मुहैया कराई गई।

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के डेप्युटी सुपरिंटेंडेंट श्रीकांत दुबे ने कहा, 'हाजीपुर के पास पीड़िता ने दम तोड़ दिया। ऐम्बुलेंस में मौजूद कर्मियों ने मुजफ्फरपुर के कांती पीएचसी में मौत की पुष्टि कराई।'