देवेंद्र फडणवीस ने पहली बार तोड़ी चुप्पी, बोले- अजित के प्लान की शरद पवार को थी जानकारी


मुंबई
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने 23 नवंबर को अचानक एनसीपी नेता अजित पवार के साथ शपथ लेने के घटनाक्रम पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने दावा किया कि अजित पवार ने उन्हें सारी गतिविधियों से एनसीपी चीफ शरद पवार के अवगत होने की बात कही थी। फडणवीस ने यह भी कहा कि अजित पवार ने उन्हें एनीसीपी के सभी 54 विधायकों का समर्थन दिलाने का भी भरोसा दिलाया था।


अजित ने कहा था- सब जानते हैं शरद पवार: फडणवीस
फडणवीस ने कहा, 'अजित पवार ने कुछ विधायकों से मेरी बात भी कराई थी, जिन्होंने कहा था कि वे बीजेपी संग जाना चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने खुद कहा था कि उन्होंने शरद पवार से भी इस संबंध में बात कर ली है।' उन्होंने कहा, 'अजित पवार ने हमसे संपर्क किया और कहा कि एनसीपी कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहती। तीन पार्टियों की सरकार को नहीं चलाया जा सकता। हम स्थिर सरकार के लिए बीजेपी के साथ जाने को तैयार हैं।'


एक दिन में नहीं हुआ था ये सब: फडणवीस
उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि इस तरह के घटनाक्रम एक दिन में सामने नहीं आता है। फडणवीस ने कहा, 'ऐसा एक दिन में नहीं होता है। कुछ प्राथमिक स्तर की बातचीत जरूर हुई होगी।' फडणवीस ने स्वीकार किया कि उनका यह कदम उलटा पड़ा गया। हालांकि उन्होंने कहा कि इसे लेकर पूरा घटनाक्रम और पर्दे के पीछे की कहानी अगले कुछ दिनों में सामने आएगी।

23 नवंबर की सुबह ली थी शपथ
ध्यान रहे कि 23 नवंबर को सुबह करीब 8 बजे गवर्नर हाउस में जाकर देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री जबकि अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, दोनों को तीन दिन के बाद ही पद से इस्तीफा देना पड़ गया था क्योंकि एनसीपी चीफ शरद पवार ने खुद मोर्चा संभालते हुए नई सरकार में उनकी पार्टी के शामिल नहीं होने की जानकारी दी। साथ ही, एनसीपी ने शिवसेना और कांग्रेस के साथ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक, फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित न होता देख देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाई।