हेमंत सोरेन आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने लिए आमंत्रित करेंगे।

 




हेमंत सोरेन और सोनिया गांधी




रांची
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन सूबे के अगले मुख्यमंत्री होने जा रहे हैं। 29 दिसंबर को वह शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में गठबंधन में शामिल सभी पार्टियों (जेएमएम, आरजेडी और कांग्रेस) के दिग्गज नेताओं की उपस्थिति तय मानी जा रही है। सोरेन खुद नई दिल्ली में आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने लिए आमंत्रित करेंगे।

बता दें कि मंगलवार रात सोरेन ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। हेमंत सोरेन ने रात पौने नौ बजे बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा के विधायकों समेत पचास विधायकों के साथ राज्यपाल मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस मौके पर उनके साथ जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन, कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस हाईकमान द्वारा नियुक्त केन्द्रीय पर्यवेक्षक टीएस सिंहदेव भी उपस्थित थे।


मोरहाबादी के मैदान में होगा शपथ ग्रहण
राज्यपाल ने उन्हें शपथ ग्रहण के लिए 29 दिसंबर की दोपहर एक बजे का समय दिया है। समारोह का आयोजन रांची के मोरहाबादी के मैदान में होगा। राज्यपाल से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में खुद इस बारे में पूरी जानकारी दी।

सोरेन चुने गए विधायक दल के नेता
इससे पहले जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन के घर पर गठबंधन के सभी विधायकों की बैठक में औपचारिक तौर पर हेमंत सोरेन को गठबंधन विधायक दल का नेता चुना गया। इसके बाद उनके नेतृत्व में सभी लोग राजभवन पहुंचे। हेमंत सोरेन ने अपने आवास पर सोमवार रात आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया था कि वह अपने सहयोगियों के साथ 27 दिसंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे। हालांकि अब राज्यपाल ने 29 दिसंबर का समय दिया है।


81 में से 47 पर गठबंधन की जीत
बता दें कि सोमवार को आए चुनाव परिणामों में विपक्षी गठबंधन 81 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर सरकार बनाने जा रही है। बाबूलाल मरांडी के झारखंड विकास मोर्चा ने भी अपने तीन विधायकों का समर्थन उनकी सरकार को बिना शर्त देने की घोषणा की है। गठबंधन में जहां जेएमएम को 30 सीटें जीतने में सफलता मिली। वहीं, वहीं कांग्रेस ने 16 और आरजेडी ने एक सीट जीती है। बीजेपी ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि 2014 के चुनावों में उसे 37 सीटें मिली थीं।