जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद नागरिकता कानून के खिलाफ नारेबाजी


नई दिल्ली
जामा मस्जिद में नमाज खत्म होने के बाद नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में नारेबाजी करने के बाद आगे बढ़े प्रदर्शनकारियों के हुजूम को दिल्ली गेट पर रोक लिया गया। जुमे की नमाज खत्म होने के बाद भारी संख्या में लोगों ने हाथोंं में पोस्टर लिए नारेबाजी की और फिर आगे बढ़ गए। भीड़ में शामिल लोगों ने महात्मा गांधी और बाबा साहेबा आंबेडकर की तस्वीरें भी थाम रखी हैं। जामा मस्जिद के बार शुरुआती नारेबाजी के दौरान भीम आर्मी के चंद्रशेखर को भी मौके पर मौजूद देखा गया। जुमे की नमाज के मद्देनजर पुलिस पहले से ही सतर्क थी, इसलिए मस्जिद में नमाज पढ़ने जा रहे लोगों की आईडी भी चेक की गई थी। बावजूद इसके चंद्रशेखर वहां कैसे पहुंच गए, यह एक बड़ा सवाल है। पुलिस ने चंद्रशेखर और उनकी भीम आर्मी को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी।


प्रदर्शनकारियों की मांग, NRC पर पिक्चर साफ करे सरकार
जामा मस्जिद से आगे बढ़ रहे प्रदर्शनाकारियों के हुजूम में कुछ लोगों ने टीवी चैनलों से बातचीत में कहा कि वो नागरिकता संशोधन विधेयक में मुस्लिमों को शामिल नहीं किए जाने का विरोध कर रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि एनआरसी पर भी काफी उलझन की स्थिति है, सरकार को चाहिए कि वह इस पर पूरी तस्वीर साफ करे। हालांकि, सच्चाई यह है कि एनआरसी लाने के लिए सरकार को लंबी प्रक्रिया से गुजरना होगा। गृह मंत्रालय ने गुरुवार को ही नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर कई भ्रम दूर किए थे। यहां क्लिकर कर जानें, क्या है अफवाह और क्या है हकीकत।


4 मेट्रो स्टेशन बंद
किसी भी अनचाही घटना को रोकने के लिए दिल्ली मेट्रो ने चावड़ी बाजार, लाल किला, जामा मस्जिद और दिल्ली गेट स्टेशन को बंद कर दिया है। इन मेट्रो स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुक रही हैं।


सीलमपुर में पुलिस का फ्लैग मार्च
पुलिस प्रदर्शन के मद्देनजर ड्रोन के जरिए सुरक्षा की निगरानी कर रही है। कई इलाकों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है। साथ ही, पुलिस ने आज सुबह सीलमपुर इलाके में फ्लैग मार्च किया। उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर और जाफराबाद इलाकों में दो दिन पहले हिंसक प्रदर्शन हुआ था।


जामिया में भी प्रदर्शन
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्र आज भी प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, आज सिर्फ शांतिपूर्ण तरीके से नारेबाजी हो रही है। वहीं, एसएसपी इन्वेस्टिगेशन मंजिल सैनी (IPS) के नेतृत्व में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की 7 सदस्यीय टीम ने आज जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का दौरा किया। उन्होंने जामिया लाइब्रेरी का निरीक्षण किया और 15 दिसंबर, 2019 को हुई पूरी घटना के बारे में पूछताछ की।

शांति कायम रखने की कवायद
दरअसल, आज जुमे की नमाज के मद्देनजर भी सुरक्षा कड़ी की गई। पुलिस इसलिए भी अलर्ट पर है क्योंकि सोशल मीडिया पर एक पम्फलेट वायरल करते हुए एक खास वर्ग के लोगों से दोपहर बाद अपने पास की मुख्य सड़क जाम करने के लिए उकसाया जा रहा था। पुलिस उस पम्फलेट के शुरू होने की कड़ी खोज रही है, लेकिन उससे पहले पुलिस की प्राथमिकता है कि किसी भी तरह के जाम को रोका जाए। पुलिस की तरफ से मैसेज दिया जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन का शांतिपूर्ण तरीका अपनाइए, किसी तरह का चक्का जाम दिल्लीवासियों के लिए परेशानी भरा होगा और पुलिस ऐसी किसी परेशानी को जल्द-से-जल्द खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।