जोधपुर डिस्कॉम का सहायक अभियन्ता व उसका चालक पंद्रह हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार


जोधपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार को जोधपुर के शेरगढ़ में तैनात सहायक अभियन्ता सुरेश चौधरी व उसका चालक गणपत शर्मा को पंद्रह हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उसने यह राशि अवैध कनेक्शन के एक मामले में जुर्माना राशि कम करने के बदले ली थी। ब्यूरों के बाड़मेर कार्यालय के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपालसिंह भाटी ने बताया कि परिवादी मनोहर सिंह ने शिकायत दर्ज करवा कर बताया कि मेघा हाइवे पर रायसर चौराहे के समीप उसका एक ढाबा है। इस ढाबे पर 5 नवम्बर को जोधपुर डिस्कॉम के सहायक अभियन्ता सुरेश चौधरी ने छापा मारा। जांच में सामने आया कि उसके यहां पानी की मोटर अवैध कनेक्शन के माध्यम से चलाई जा रही है। इस पर सुरेश चौधरी ने दो लाख रुपए के जुर्माना लगाने की बात कही। बाद में मनोहर सिंह ने काफी आग्रह किया तो सुरेश कुमार ने 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाने के साथ ही पचास हजार रुपए की रिश्वत की मांग की।


मनोहर सिंह ने 6 नवम्बर को जुर्माना राशि जमा करवा दी और सुरेश कुमार को भी बीस हजार रुपए दे दिए। शेष राशि का भुगतान पंद्रह-बीस दिन में करने का तया हुआ. इस बीच सुरेश कुमार कई बार उसके ढाबे पर आकर पैसे की मांग कर धमकाता रहा। इस पर मनोहर सिंह ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवा दी। 10 दिसम्बर को शिकायत के सत्यापन के दौरान सुरेश कुमार ने मनोहर सिंह से पांच हजार रुपए लिए। शेष राशि आज देना तय हुआ। आज सुबह मनोहर सिंह पंद्रह हजार रुपए लेकर सुरेश के कार्यालय में पहुंचा। इस पर सुरेश कुमार ने अपने चालक गणपत शर्मा को बुलाकर पैसे लेने को कहा। गणपत के पैसे जेब में डालते ही पहले से तैयार एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। उसकी जेब से पंद्रह हजार रुपए बरामद कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है।