कर्नाटक: 12 सीटों पर जीती बीजेपी, पाला बदलने वालों को अब इनाम का इंतजार


बेंगलुरु
कर्नाटक में 15 विधानसभा क्षेत्रों के लिए हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शानदार जीत दर्ज की है। 15 में से 12 सीटें जीतने के साथ ही बीजेपी की सरकार सुरक्षित हो गई है। चुनाव में सबसे बड़ी निराशा जनता दल (सेक्युलर) के हाथ आई। जेडीएस एक भी सीट नहीं जीत सकी जबकि कांग्रेस को दो सीटों पर जीत मिली। वहीं, एक सीट पर बीजेपी के बागी हुए निर्दलीय उम्मीदवार को जीत हासिल हुई है। चुनाव नतीजे आने के बाद बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चिंता जीते विधायकों को मंत्रिमंडल में फिट करने को लेकर होगी।


चुनाव अधिकारी जी. जेडियप्पा ने कहा, '15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में, बीजेपी को 12, कांग्रेस को दो सीटें प्राप्त हुई हैं, वहीं जेडीएस अपना खाता भी नहीं खोल पाई है।' हालांकि, जेडीएस के समर्थन से बेंगलुरु ग्रामीण जिले के होसकोट में एक निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली है। बीजेपी ने अठानी, कगवाड़, गोकक, येल्लापुर, हिरेकुरू, विजयनगर, रानीबेन्नूर, चिकबल्लापुर, के.आर. पुरा, महालक्ष्मी लेआउट, यशवंतपुर और कृष्णराजपेट सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, कांग्रेस को मैसूर जिले के हुनसुरू और बेंगलुरु मध्य के शिवाजीनगर में जीत मिली है। बता दें कि जिन 15 सीटों पर उपचुनाव हुए उसमें से 12 सीटें पहले कांग्रेस के कब्जे में थीं। 


आपको बता दें कि सत्तारूढ़ बीजेपी को 223 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए आवश्यक 112 सीटों के आंकड़े तक पहुंचने के लिए केवल सात सीटों की जरूरत थी लेकिन उसने 12 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके साथ ही अब चार महीने पुरानी बीजेपी सरकार मई 2023 तक अपना कार्यकाल पूरा कर सकेगी। इस उपचुनाव में बीजेपी को 50.3 प्रतिशत, कांग्रेस को 31.3 प्रतिशत और जेडीएस को 12.1 प्रतिशत मत मिले। निर्दलीय शरत कुमार बछेगौड़ा ने प्रतिष्ठित होसकोट सीट पर बीजेपी के एम.टी.बी. नागराज को हरा दिया। नागराज ने चुनावी शपथपत्र में अपनी संपत्ति 1,230 करोड़ रुपये बताई थी।


कांग्रेस से आए विधायकों को मिलेगा इनाम?
उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन विधायकों को इनाम का इंतजार रहेगा, जो कांग्रेस और जेडीएस छोड़कर बीजेपी में आए। कई विधायक मंत्री पद की आस लगाए बैठे हैं। वहीं, पूर्व विधायक आर शंकर का टिकट कटने के बाद उन्हें एमएलसी बनाया गया है। सूत्रों के हवाले से चर्चा है कि गोकक से विधायक रमेश जारकिहोली को डेप्युटी सीएम बनाने के साथ ही जल संसाधन मंत्रालय दिया जा सकता है।

इस बार में मीडिया से बातचीत में सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि वह एक-दो दिन में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलकर कैबिनेट विस्तार के बारे में चर्चा करेंगे। हारे हुए उम्मीदवारों को भी शामिल करने के सवाल पर येदियुरप्पा ने कहा कि आखिरी फैसला पार्टी नेतृत्व को लेना है। हालांकि, मंत्रिमंडल में सिर्फ 16 पद खाली होने और उम्मीदवारों की लंबी फेहरिस्त के चलते पार्टी और येदियुरप्पा के लिए यह काम काफी कठिन होने वाला है।

कांग्रेस में शुरू हुआ इस्तीफे का दौर
उपचुनाव के नतीजों से पहले ही रुझानो को देखते हुए कांग्रेस ने अपनी हार स्वीकार कर ली थी। उपचुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते पूर्व सीएम और सिद्धारमैया ने नेता विपक्ष और कांग्रेस के विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। सिद्धारमैया के बाद बारी आई कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश समिति के अध्यक्ष दिनेश गुंडुराव की। गुंडुराव ने भी पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।