पटना
नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी के कारण उपजे विवादों और विरोध प्रदर्शन के बीच जेल में बंद और बीमार आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने संकेत दिया है कि अभी उनमें दमखम बाकी है, राजनीतिक रूप से वह अभी समाप्त नहीं हुए हैं। शुक्रवार को उनके ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट हुआ एक शेर चर्चा का विषय बना रहा।
इस ट्वीट में लालू ने लिखा है, 'अभी आंखों की शमाएं जल रही हैं उसूल जिंदा है, आप लोग मायूस मत होना अभी बीमार ज़िंदा है, हजारों जख्म खाकर भी मैं दुश्मन के मुक़ाबिल हूं, खुदा का शुक्र अब तक दिल-ए-खुद्दार जिंदा है।' जाहिर सी बात है कि चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू की ओर से यह ट्वीट उनके किसी नजदीकी ने पोस्ट किया होगा लेकिन इससे लालू ने यही संदेश देने की कोशिश की है वह अभी भी मैदान में हैं।
साथ में बीजेपी की आलोचना वाला विडियो भी
इसी ट्वीट के साथ एक पुराना विडियो भी है जिसमें लालू प्रसाद यादव को एक सार्वजनिक सभा में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की कड़ी आलोचना करते देखा जा सकता है। इसमें लालू विदेशों से काला धन लाने के अपने वादे को पूरा न करने और आरएसएस के 'सांप्रदायिक अजेंडे' के लिए सरकार की खिंचाई कर रहे हैं।
नीतीश की ओर झुके मुस्लिम वोटरों को खींचने की कोशिश!
गौरतलब है कि अतीत में लाल कृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा रोकने और अपने 15 वर्ष के कार्यकाल में सांप्रदायिक दंगों पर लगाम लगाए रखने की वजह से उनकी मुसलमानों में अपार लोकप्रियता रही है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मुसलमानों का झुकाव नीतीश कुमार की जेडीयू की तरफ हो गया था। हाल में नागरिकता संशोधन विधेयक के मुद्दे पर संसद में सरकार को मिले जेडीयू के समर्थन के बाद लालू को उम्मीद है कि वह फिर से मुस्लिम समुदाय को आरजेडी की ओर खींच सकते हैं।