'मोदी है तो मुम्किन है' कि जगह अब 'मोदी है तो मंदी है' हो गया है-मुख्यमंत्री अशोक गहलोत


जयपुर. शहर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित एमएसएमई कॉन्क्लेव 2019 में गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की योजनाओं को का शुभारंभ किया। इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि आग लगी हुई है देश के अंदर। कश्मीर बंद हुए करीब चार महीने पूरे हुए। अब नॉर्थ ईस्ट बंद पड़ा है। कुछ तो कारण होंगे।


गहलोत ने कहा कि ये लोकतंत्र है इसमें सबकी बात सुननी पड़ती है। सहमत हो या असहमत। अगर देश चलाना है तो सभी वर्गों को साथ लेकर चलना पड़ता है। आलोचना सहन करनी पड़ती है। अहम और घमंड छोड़ना पड़ता है। कोई किसी की सुन नहीं रहा है। सब अहम और घमंड में चल रहे हैं। इकॉनोमी की चिंता ही नहीं है। मोदी- मोदी कहने वालों को कहना चाहूंगा। 'मोदी है तो मुम्किन है' कि जगह अब 'मोदी है तो मंदी है' हो गया है।


सीएए और सीएबी पर गहलोत बोले कि देश के अंदर आग लगी हुई। कश्मीर बंद हुए करीब चार महीने पूरे हुए। अब नॉर्थ ईस्ट बंद पड़ा है। आग लग रही है। कुछ तो कारण होंगे। गांधी जी के वक्त से जो नीतियां बनी। नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद और अंबेडकर ने संविधान बनाया। वोट का अधिकार दिया। साथ में अलग-अलग भाषाएं हैं बोली है, धर्म है, जातियां है।


गहलोत बोले रशिया के टुकड़े हो गए 16 मुल्क बन गए। हमारा दोस्त था। आज हम एक हैं सीना ताने खड़े हैं। मोदी जी को अलग-अलग मुल्कों में सम्मान क्यों मिलता है, क्योंकि 70 साल तक लोकतंत्र जिंदा रहा देश के अंदर।