मुख्यमंत्री की नसीहत का नहीं पड़ा असर, ऊर्जा मंत्री व विधायक के सामने घूंघट निकाले मंच पर बैठी रही महिला सरपंच


जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिलाओं के घूंघट को कुप्रथा बताते हुए पुरुषों को इसे हटाने की पहल करने की नसीहत दी थी। जिसके बाद बी मंगलवार को दूदू के पड़ासोली में हुए ग्रिड सबस्टेशन के लोकार्पण कार्यक्रम में मंच पर महिला सरपंच घूंघट निकाले बैठी रही। पूरे कार्यक्रम के दौरान किसी भी जनप्रतिनिधि व अधिकारी ने महिला सरपंच से घूंघट हटाने की अपील नहीं की। जबकि मंच पर ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला व विधायक बाबूलाल नागर भी मौजूद थे।



घूंघट हमारा रीति-रिवाज: सरपंच पति
सरपंच पति भंवरसिंह ने बताया कि हमारे यहां घूंघट कोई जबरदस्ती या गलत नहीं है। यह रीति-रिवाज है। गांव के बड़े-बूढ़ों के सामने सम्मान के लिए घूंघट रखा जाता है।


1500 लोगों का होगा फायदा
इस मौके पर ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि एक साल में 946 मेगावाट बिजली प्राप्त की है। सोलर एनर्जी के जरिए आगामी सालों में 6500 मेगावाट बिजली लेनेकी योजना है। मंत्री कल्ला ने काश्तकारों से कुसुम योजना के तहत सोलर प्लांट लगाने की अपील की। ताकि खेत की सिंचाई दिन में की जा सके। जयपुर डिस्काॅम के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता ने बताया कि पड़ासौली में विद्युत तंत्र के विस्तार व सुदृढीकरण के लिए बने 33 केवी जीएसएस से पड़ासोली गांव, पड़ासोली बस स्टैंड, दांतरी व किला माधोपुरा के 1265 घरेलू, 250 कृषि उपभोक्ताओं को फायदा होगा।


कार्यक्रम में विधायक बाबूलाल नागर ने नया जीएसएस बनाने पर ऊर्जा मंत्री का आभार जताया। कार्यक्रम में पड़ासौली की सरपंच किरण कंवर, जयपुर जोन के मुख्य अभियंता अजीत सक्सेना, अधीक्षण अभियंता हरिओम शर्मा, एक्सईएन जेपी बैरवा व मनोज गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूूद थे।