नागरिकता केंद्र का विषय, राज्य से इसका लेना-देना नहीं, कुछ राज्यों का नए कानून को ना कहना समझ से परे: जितेंद्र सिंह


नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर जहां असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों और पश्चिम बंगाल में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं इस पर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है। कुछ गैरबीजेपी शासित राज्यों ने नागरिकता कानून लागू नहीं करने का ऐलान किया है, वहीं केंद्र ने स्पष्ट किया है कि नागरिकता केंद्र का विषय है, जिसका राज्यों से कोई लेना-देना नहीं है। पीएमओ में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा उन्हें समझ नहीं आता कि कैसे कुछ राज्य यह कह सकते हैं कि वे नए नागरिकता कानून को लागू नहीं करेंगे।


केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, 'कुछ राज्य कह रहे हैं कि वे नागिरकता संशोधन कानून को लागू नहीं करेंगे, यह मेरे समझ से परे है क्योंकि यह केंद्र का विषय है। मुझे नहीं लगता कि किसी राज्य सरकार के पास इसे लागू करने की राह में रोड़े अटकाने का कोई अधिकार है।' 


केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर राजनीतिक फायदे के लिए हिंसा भड़काने का भी आरोप लगाया। नागरिकता कानून को लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शनों पर सिंह ने कहा, 'पहले के मुकाबले स्थिति अच्छी हुई है। कुछ गलत इरादे वाले लोग अपनी राजनीति लिए स्थिति का फायदा उठा रहे हैं। इसमें कांग्रेस का बड़ा हाथ है।' 


इससे पहले, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को झारखंड की एक चुनावी रैली में हिंसक प्रदर्शनों के लिए सीधे-सीधे कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। पीएम ने कहा कि कल तक जो काम पाकिस्तान करता रहा, आज वह काम कांग्रेस कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पर देश में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि जिस तरह से देश में आग लगाने की कोशिश की गई है, उससे साफ हो गया है कि नागरिकता कानून का हमारा फैसला हजार फीसदी सच्चा है। देशहित में है।

इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी और पीएम मोदी पर आरोप लगाया था कि इन लोगों ने सत्ता के लिए असम और पूरे पूर्वोत्तर में आग लगा दी है। दिल्ली के रामलीला मैदान में 'देश बचाओ' रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि देश को कमजोर किया जा रहा है, इकॉनमी को नष्ट किया जा रहा है। नरेंद्र मोदी सिर्फ एक चीज के बारे में सोचते हैं कि उनके हाथ में सत्ता है या नहीं। वह सत्ता के लिए कुछ भी कर देंगे।