जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि स्वस्थ राजस्थान का सपना साकार हो और हमारा प्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बने। इस दिशा में 'निरोगी राजस्थान अभियान' एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि सरकार इस परिकल्पना के साथ काम कर रही है कि राज्य का प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहे।
गहलोत मंगलवार को राज्य सरकार का एक साल सफलता पूर्वक पूर्ण होने के अवसर पर 'रन फॉर निरोगी राजस्थान' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और उनके निदान के लिए सरकार ने यह पहल की है। इस अभियान के जरिए हर व्यक्ति के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान में जनसंख्या नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने के साथ ही वृद्धावस्था, महिला स्वास्थ्य, किशोरावस्था स्वास्थ्य, व्यसन रोग, संचारी रोग, गैर संचारी रोग, टीकाकरण एवं प्रदूषण जनित रोगों से बचाव एवं उपचार पर फोकस किया जाएगा। साथ ही आमजन को स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर विभिन्न बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। मिलावट की रोकथाम के लिए प्रदेशभर में सघन अभियान चलाकर खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहचान की जाएगी और मिलावट करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गहलोत ने कहा कि हमारी पिछली सरकार में हमने बिना किसी भेदभाव के सभी के लिए मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना और मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना प्रारंभ की थी। इस बार हमने इन दोनों योजनाओं का दायरा बढ़ाते हुए निःशुल्क दवाओं और जांचों की संख्या बढ़ाई है। युवा पीढ़ी को नशा मुक्त रखने की दिशा में ई-सिगरेट और हुक्काबार पर प्रतिबंध लगाया है।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारिता मंत्रीउदयलाल आंजना, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, मुख्य सचेतक महेश जोशी, शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई, सूचना एवं जनसम्पर्क राज्यमंत्री सुभाष गर्ग, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती ममता भूपेश, मोटर गैराज राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव, खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना, उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी, विधायकगण, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता सहित अन्य उच्च अधिकारी, आमजन और युवा उपस्थित थे।