सरकार टस से मस नहीं, मनरेगा कर्मचारियों ने मुंडन करा जुलूस निकाला


टोंक। महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संघ ने सोमवार को अपना आंदोलन तेज कर दिया। सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर संघ ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है। संघ के सदस्यों ने मुंडन करवाया तथा शहर में जुलूस निकाला। वहीं संघ की ओर से गांधी पार्क में चल रहा प्रदेशस्तरीय धरना आठवें दिन भी जारी रहा। प्रदेश भर से आए करीब एक हजार नरेगा कर्मचारी नियमित करने की मां को लेकर टोंक में प्रदर्शन कर रहे हैं।


नरेगा कर्मचारियों के सात सदस्यों ने मुंडन करवाया। इसके बाद अर्धनग्न होकर जुलूस निकाला। जुलूस सुभाष बाजार होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा। इस दौरान आंदोलनकारियों ने उन्हें नियमित किए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी की। इससे पहले अनशन के दौरान मनरेगा कर्मचारियों को अस्पताल ले जाने के विरोध में धरना दे रहे कर्मचारियों ने आक्रोशित होकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी। वहीं आंदोलन तेज किए जाने की चेतावनी दी।


वहीं शनिवार को मेडिकल चेकअप के बाद कर्मचारियों की गंभीर हालत की सूचना प्रशासन को मिली तो एडीएम सुखराम खोखर के नेतृत्व में प्रशासनिक, पुलिस, चिकित्सा अधिकारी रात 9:30 बजे धरनास्थल पर पर पहुंचे और अनशन कर कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती करवाने की बात कही। इस पर धरनास्थल पर अनशन कर रहे कर्मचारियों व मौजूद प्रदेशभर से आए कर्मचारियों ने विरोध किया। मनरेगा संविदा कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लग गए।


करीब 40 मिनट तक समझाइश के बाद पुलिसकर्मी अनशन कर रहे कर्मचारियों को एंबुलेंस में डालकर ले जाने लगे। इसके बाद आक्रोशित कर्मचारी एंबुलेंस के सामने लेट गए और कर्मचारियों को नहीं लेकर जाने देने पर अड़ गए। दस मिनट तक सड़क पर हंगामे में बाद पुलिसकर्मियों की सहायता से चिकित्सा दल एंबुलेंस को वहां से निकालकर पाया। इसके बाद कार्रवाई में पंचायत समिति में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर मिथलेश कुमार के हाथ में फ्रेक्चर हो गया।