जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष एवं मीडिया चेयरपर्सन डॉ. अर्चना शर्मा ने केन्द्रीय बजट को दिशाहीन, निराशाजनक व देश की अर्थव्यवस्था को और अधिक चरमराने वाला बताया है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि बजट में रोजगार सृजन, उत्पादन को सक्रियता देने की कोई योजना नहीं है और सिर्फ छलावे के तौर पर आंकड़ों का मायाजाल प्रस्तुत किया गया है, समाज के किसी भी वर्ग को इस बजट से राहत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास वाले नारे को यह बजट धत्ता बता रहा है। उन्होंने कहा कि निवेश आमंत्रित करने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान या आकर्षण नहीं है जिसका सीधा प्रमाण शेयर मार्केट का बजट घोषणा के तुरन्त बाद गिरना है। उन्होंने कहा कि एलआईसी जैसे विश्वसनीय उपक्रम जिसमें जनता का पैसा लगा हुआ है उसका निजीकरण को बढ़ावा देकर सरकार ने जनता का विश्वास खोया है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर बजट में कोई प्रावधान नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने बजट में अनेकों बार इज-ऑफ-डूइंग बिजनेस का जिक्र किया है परन्तु सभी जानते है कि सुरक्षा की दृष्टि से भाजपा राज में अब देश निवेश आमंत्रित करने लायक नहीं रहा है, आन्तरिक स्थितियाँ कानून व्यवस्था के तौर पर सरकारी उदासीनता के कारण खराब है, भ्रष्टाचार देश में फल-फूल रहा है और अर्थव्यवस्था वर्ष दर वर्ष मोदी राज में कमजोर हुई है, महंगाई चरम पर है और आमजन की क्रय शक्ति न्यूनतम हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर बजट आंकड़ों का मायाजाल साबित हुआ है जिससे देश की जनता को राहत मिलने के स्थान पर निराशा हाथ लगी है।