बजट में मध्यमवर्गीय करदाताओं को आयकर जाल में उलझाया-विजय गर्ग


जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सीए प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विजय गर्ग ने कहा कि भारत की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने दशक का पहला बजट पेश किया जिसमें वित्त मंत्री के चेहरे पर उत्साह का अभाव दिखा 
सीए गर्ग ने कहा कि बजट में मध्यमवर्गीय करदातााओं को 15 लाख रूपये तक की स्लेब में जो नई दरों की घोषणा नये टैक्स रिजिम के माध्यम से की गई है वह करदाताओं को आयकर जाल में उलझाना एवं कुछ समय के लिये खुशी प्रदान करने वाला है जबकि इस नये टैक्स रिजिम एवं पुराने टैक्स दरों में ज्यादा फर्क नहीं आयेगा, इसके साथ ही अगर कोई करदाता नये टैक्स रिजिम को अपनाता है तो उसको अब तक मिल रही चेप्टर 6 की छूट जैसे कि बच्चों की फीस में छूट, एलआईसी प्रिमीयम में छूट, हाउसिंग लोन में छूट, बैंक ब्याज में छूट आदि को छोडना पड़ेगा जिससे मध्यमवर्गीय करदाता को टैक्स चुकाने पर ज्यादा फायदा नहीं मिलेगा।


 उन्होंने कहा कि मध्यमवर्गीय करदाता अब तक बचत के माध्यम से जो पैसा बचाता था उसमें काफी कुछ राशि चेप्टर 6 में छूट के माध्यम से मिल जाती थी एवं इस कारण उसको आयकर कम चुकाना पड़ता था और वह टैक्स में छूट लेने के लिये एलआईसी, हाउसिंग लोन, बैंक में एफडी में जमा आदि कराकर बचत करता था लेकिन इस बजट के माध्यम से मध्यमवर्गीय करदाता बचत के लिये प्रोत्साहित नहीं होगा।