बिहार में तेजस्वी यादव होंगे महागठबंधन के सीएम कैंडिडेट? तेज प्रताप ने दिए संकेत


पटना
दिल्ली के बाद अब बिहार विधानसभा चुनाव के लिए माहौल बनना शुरू हो गया है। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बीच पोस्टर वॉर जारी है। इस बीच तेज प्रताप यादव ने 'तेज रफ्तार, तेजस्वी सरकार' के नारे के साथ अपने भाई और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश कर दिया है। तेज प्रताप यादव के इस कदम से बिहार में महागठबंधन की अन्य पार्टियां असहज हो सकती हैं।


आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने सरकारी आवास पर तेजस्वी यादव के पक्ष में ‘तेज रफ्तार, तेजस्वी सरकार’ नारे का पोस्टर जारी किया। गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव के जेल में होने के बाद से तेजस्वी यादव ही पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि, उनके नेतृत्व में लड़े गए लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी की करारी हार हुई थी।

तेजस्वी यादव के नाम पर सहमत होंगे सहयोगी दल?
आपको बता दें कि बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। लगभग छह महीने पहले ही आरजेडी ने मुख्यमंत्री पद के लिए तेजस्वी यादव के नाम घोषणा कर दी है। रोचक बात यह है कि महागठबंधन में शामिल कई पार्टियां अभी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं करने की बात कहती रही हैं। इस बीच, तेजप्रताप ने यह नया नारा और पोस्टर लगाया गया है। इसके पहले भी तेज प्रताप अपने भाई तेजस्वी को अर्जुन बताते रहे हैं।

बिहार के महागठबंधन में आरजेडी के अलावा कांग्रेस भी मुख्य हिस्सेदार है। इसके अलावा शरद यादव का लोकतांत्रिक जनता दल और जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा भी महागठबंधन का हिस्सा है। ऐसे में ये पार्टियां तेजस्वी यादव के नाम पर पूरी तरह से सहमत होती हैं या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।

मुकाबला नीतीश बनाम तेजस्वी करने की कोशिश
वहीं, आरजेडी ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। पोस्टर वॉर के अलावा प्रदेश भर में आरजेडी के कार्यकर्ता और नेता भी तमाम मुद्दों को लेकर सक्रिय हैं। सीएए-एनआरसी विरोधी रैलियों में भी आरजेडी नेताओं की सक्रियता रही है। खुद तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी इन रैलियों में पहुंच रहे हैं।