बूंदी हादसा / घटनास्थल पर पहुंचे पूर्व मंत्री पर बिफरे लोग, चेहरे पर मिट्‌टी फेंकी; पुलिया चौड़ी करने की मांग पूरी नहीं की थी


लाखेरी (बूंदी). राजस्थान के बूंदी में बुधवार को शादी की रस्म (भात) में शामिल होने जा रहे लोगों से भरी बस नदी में गिर गई। हादसे में 24 लोगों की मौत हुई। घटना की सूचना पर पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबूलाल वर्मा भी मौके पर पहुंचे। वहां उन्हें गुस्साए लोगों का भारी विरोध झेलना पड़ा। भीड़ ने मंत्री वर्मा के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और उनके चेहरे पर मिट्टी फेंक दी। लोग मंत्री के साथ धक्का-मुक्की करने लगे। यह देख पुलिस ने आक्रोशित लोगों को हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ा। पुलिस ने पूर्व मंत्री को सुरक्षा में लेकर वहां से निकाला।


क्यों नाराज थे लोग?
बाबूलाल वर्मा वसुंधरा सरकार में परिवहन मंत्री थे। उन्हीं के कार्यकाल (2003-2008) में मेगा हाइवे बना था। लेकिन, हाइवे पर बनी पुलिया को चौड़ा नहीं कराया गया था। जिस पुलिया से बस गिरी, वह करीब 65 साल पुरानी है। ग्रामीणों का कहना है कि हाइवे निर्माण के दौरान इस पुलिया को भी चौड़ा करने का प्रस्ताव आया था। लेकिन मंत्री ने इसे स्वीकार नहीं किया और पुलिया को चौड़ी भी नहीं कराया था। तब ग्रामीणों ने भी मांग की थी, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया था। इसी बात को लेकर ग्रामीण आक्रोशित थे। बाबूलाल वर्मा लाखेरी के ही रहने वाले हैं। वह दो बार केशवराय पाटन सीट से विधायक रह चुके हैं।


2015 में इस पुलिया से ट्रैक्टर भी गिर गया था
ग्रामीणों ने बताया कि 2015 में इस पुलिया से एक ट्रैक्टर भी अंसतुलित होकर नदी में गिर गया था। इसमें तीन लोगों की मौत हुई थी। इस पुलिया पर रेलिंग तक नहीं है। इसकी ऊंचाई भी कम है और बारिश के समय जब नदी में ज्यादा पानी होता है तो पुलिया डूब जाती है। इस पर कोई बड़ा ट्रोला आ जाता है तो ट्रैफिक जाम हो जाता है।