चाचा-भतीजा गैंग करता था मादक पदार्थों की तस्करी, 272 किलो डोडा-पोस्त जब्त, माफिया गिरफ्तार


जयपुर। राजस्थान पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को टोंक जिले के लांबाहरिसिंह कस्बे के सांवरिया गांव में मादक पदार्थ की तस्करी करने वाली चाचा-भतीजा गैंग पर शिकंजा कसते हुए 272 किलो अफीम, डोडा पोस्त जब्त कर ली। मामले में पुलिस ने आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर लिया। जबकि, भतीजा फरार हो गया। जिसे नामजद कर तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। चाचा भतीजा माफिया गैंग मालपुरा (टोंक) से किशनगढ़ (अजमेर) तक अफीम डोडा पोस्त की रोजाना सप्लाई करते थे। 


अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (अपराध) बी.एल. सोनी ने बताया कि क्राइम ब्रांच की स्पेशल यूनिट के प्रभारी पुलिस निरीक्षक जितेन्द्र गंगवानी को सूचना मिली थी कि चाचा-भतीजा का एक गिरोह सांवरिया गांव से आस पास के जिलों में प्रतिदिन अफीम डोडा-पोस्त की आपूर्ति कर रहे है। इस पर पुलिस टीम ने कई दिनों तक निगरानी की। गुरूवार रात को रावतभाटा (चित्तौडगढ़) से मादक पदार्थों की एक बड़ी खेप आने की सूचना पर शुक्रवार तड़के टोंक जिले में लाम्बाहरिसिंह थाने के पुलिस बल के साथ सांवरिया गांव में दबिश दी गई।


मादक पदार्थ छिपाने के लिए घर में बनवाया नया तहखाना


पुलिस इंस्पेक्टर जितेंद्र गंगवानी के मुताबिक पुलिस टीम ने एक मकान में तलाशी लेकर वहां छिपा रखे दो बडे़ कट्‌टों में भरा हुआ करीब 50 किलो तथा घर के पीछे सरसों के खेत में छुपा रखे 12 कट्टों में रखा 222 किलोग्राम डोडा-पोस्त जब्त कर लिया। एडीजी सोनी ने बताया कि मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने ड्रग तस्करी करने वाले आरोपी घासीराम सांडीवाल (50) निवासी सांवरिया को गिरफ्तार कर लिया। जबकि मौके से उसका भतीजा जसराज उर्फ पप्पू सांडीवाल फरार हो गया। जिसे नामजद कर तलाश की जा रही है।


तलाशी में सामने आया कि आरोपी चाचा-भतीजे ने घर में बने नोहरे (पशु चारे के बाडे़) में मादक पदार्थों को छुपाने के लिए एक नया तहखाना भी बनाया गया है। क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम ने 6 महा से भी कम समय में साढे़ सात हजार किलोग्राम से भी अधिक मादक पदार्थो को जब्त की है। इस कार्रवाई में पुलिस निरीक्षक जितेन्द्र गंगवानी, कांस्टेबल हेमन्त शर्मा, शंकर शर्मा, राधामोहन मीणा और कांस्टेबल गरविन्द्र सिंह व कांस्टेबल चालक घनश्याम मौजूद रहे।