जयपुर। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार को नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की गई जिसमें जयपुर जिल के लुहाकना खुर्द का लाल नायक राजीव सिंह शेखावत शहीद हो गए। राजीव पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी का जमकर मुकाबल करते हुए शहीद हो गए। रविवार को सैनिक की मौत की खबर पाते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई, वहीं घर में कोहराम मच गया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैं वीर राजीव सिंह को देश के लिए अपनी शहादत को सलाम करता हूं। मुश्कल की इस घड़ी हम सब शहीद के परिवार के साथ हैं।
जयपुर ग्रामीण सांसद, विधायक व थाना प्रभारी मय जाब्ते शहीद के घर पहुंचे और सैनिक की शहादत को नमन करते हुए परिवार को ढांढ़स बंधाया। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार को पाकिस्तानी सैनिकों की गोलाबारी का जवाब देते हुए लुहाकना खुर्द निवासी नायक राजीव सिंह पुत्र शंकर सिंह शहीद हो गए।
रविवार को सैनिक के शहीद होने की खबर मिलते ही लुहाकना सहित आसपास के क्षेत्रों में शौक की लहर दौड़ पड़ी। सैनिक के बलिदान को लेकर व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विराटनगर विधायक इन्द्राज गुर्जर, विराटनगर थाना प्रभारी सुरेशचंद, तहसीलदार त्रिलोकचंद गुप्ता, सरपंच धर्मेंद्र मीणा सैनिक के घर पहुंचे और परिजनों को ढांढ़स बंधाया।
चिकित्सा टीम जूटी देखभाल में
सैनिक की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। सांसद व विधायक ने शहीद के पिता शंकरसिंह, मां पुष्पा कंवर, पत्नी उषा कंवर व 10 वर्षीय पुत्र अधिराज को ढांढ़स बंधाया। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डा. सुरेशचंद व उनकी टीम परिजनों की देखभाल को लेकर जूटी हुई है। पत्नी बार बार अपने पति को याद करते हुए बेहोश हो रही है। मौके पर पहुंचे विराटनगर विधायक ने श्मशान स्थल का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को शहीद के अंतिम संस्कार की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
2002 में हुए थे सेना में भर्ती
शहीद राजीवसिंह 2002 आर्मी में भर्ती हुए। वर्तमान में सेना के 5 राजपूत ग्रुप में नायक के पद पर तैनात थे। ग्रामीणों ने बताया कि राजीव दिसम्बर में छुट्टी पर घर आए थे। आठ जनवरी को ड्यूटी पर लौटे। देगवार सेक्टर में एक अग्रिम चौकी में तैनात थे। अगले साल ही उनका रिटायरमेंट था। ग्रामीणों ने बताया कि राजीव जनवरी में ही श्रीगंगानगर से जम्मू कश्मीर में पदस्थापित हुए थे। शहीद राजीव अपने पिता के इकलौते पुत्र थे। शहीद के एक बड़ी बहन सीमा कंवर है।
अंतिम संस्कार में उमड़ेगा जनसैलाब
राजीवसिंह के शहीद होने पर एक और जहां क्षेत्र में शौक की लहर है वहीं दूसरी और हर कोई सैनिक की शहादत पर गर्व महसूस कर रहा है। सोमवार सुबह सैनिक का पार्थिव देह लुहाकना खुर्द पहुंचेगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार की तैयारियों को लेकर प्रशासन अलर्ट है।
भाबरू के लुहाकना मोड़ से तिरंगा यात्रा के साथ लुहाकना पहुंचेगा पार्थिव शरीर। सैनिक राजीवसिंह की शहादत पर पूरा क्षेत्र गर्व महसूस कर रहा है। सरपंच धर्मेंद्र मीणा ने बताया कि सोमवार सुबह भाबरु के लुहाकना मोड़ से बाइक तिरंगा यात्रा के साथ शहीद का पार्थिव शरीर लुहाकना खुर्द लाया जाएगा।
बेकार नहीं जाएगी शहादत …
सांसद कर्नल राज्यवर्धनसिंह राठौड़ व विराटनगर विधायक ने राजीवसिंह को याद करते हुए उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने कहा कि शहीद ही शहादत खाली नहीं जाएगी। ब्रिगेडियर जयपानसिंह शेखावत ने बताया कि गांव में ही नवनिर्मित सीताराम मंदिर में 14 फरवरी का धार्मिक आयोजन रखा गया था। कार्यक्रम को लेकर निमंत्रण पत्र भी वितरित कर दिए गए है। उन्होंने बताया कि सैनिक राजीवसिंह की शहादत को लेकर धार्मिक आयोजन स्थगित कर दिया गया है।