केन्द्र सरकार ने आज तक का घोर निराषावादी बजट देकर जनता की पीठ में ख्ंजर घोंपा-खाचरियावास


जयपुर,। परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि केन्द्र सरकार ने जो बजट दिया है वो आर्थिक मंदी, बेरोजगारी और महंगाई के घावों पर नमक छिड़कने के समान है। खाचरियावास ने कहा कि केन्द्रीय बजट ने देष की जनता की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। ऐसे समय में जब देष का नौजवान बेरोजगारी के कारण आत्महत्या कर रहा है, महंगाई और बेरोजगारी से आम जनता पिस रही है, ऐसे में जनता को इस घोर निराषाजनक बजट से भी कोई उम्मीद नहीं थी, पेट्रोल-डीजल सस्ता करने की उम्मीदों पर पानी फिर गया। इन छः वर्षों में भाजपा सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स लगाकर सिर्फ महंगा करने का काम किया, लेकिन बजट में टैक्सों में कोई कमी नहीं की गई, यह बजट कर्मचारी, व्यापारी, मजदूर, किसान और नौजवानों के सपनों को चकनाचूर करने वाला है, क्योंकि केन्द्र की भाजपा सरकार ने जो अच्छे दिन आयेगें का सपना जनता को दिखाया, वो भाजपा के कार्यकाल में पूर्ण नहीं होने वाला। देष की जनता का इस निराषाजनक बजट के बाद भाजपा सरकार से पूरी तरह से भरोसा खत्म हो गया है। ऐसे में केन्द्र सरकार ने रेलवे का निजीकरण करने, एलआईसी के हिस्से को बेचने, बीएसएनएल का पहले ही वो निजीकरण करने जा रही हैं, इससे स्पष्ट हो गया कि केन्द्रीय बजट को लेकर केन्द्र सरकार के किसी भी नेता ने जनता की समस्याओं को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई। जैसा अधिकारियों ने जनता के हितों के विपरीत बजट बनाया, वैसा ही बजट देष की जनता के साथ धोखा करते हुये पेष कर दिया गया। यह बजट आज तक का घोर निराषावादी बजट है।
 खाचरियावास ने कहा कि बैंकों में जनता की मेहनत की कमाई बचत के रूप में हजारों से करोड़ों रूपये में जमा होती है। बैंक में जनता का 10 लाख से 10 करोड़ तक कितना भी पैसा जमा हो, यदि बैंक डूब गये तो सिर्फ 5 लाख मिलेगें, केन्द्र सरकार को यह कहने की क्या जरूरत थी? जब बैंक डूबेंगे तो 5 लाख मिलेगें, केन्द्र सरकार यदि ईमानदार होती तो बैंकों को मजबूत करने के लिये यह कहती कि बैंकों में कोई कितना भी पैसा रखे, उसकी सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है, जो सरकार बैंकों की गारंटी नहीं दे सकती, उसे सत्ता में रहने का भी अधिकार नहीं है।