मुकदमे से धारा हटाने की एवज में मांगी साढ़े 4 लाख रुपए की रिश्वत, 2.50 लाख रुपए लेते थानाप्रभारी गिरफ्तार


उदयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, डूंगरपुर ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए खेरवाड़ा थानाप्रभारी भंवरलाल विश्नोई को ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सबइंस्पेक्टर ने रिश्वत की यह रकम एक युवक के खिलाफ दर्ज मुकदमे में एक आपराधिक धारा हटाने की एवज में साढ़े 4 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इनमें डेढ़ लाख रुपए वह वसूल कर चुका था। डूंगरपुर एसीबी के डीएसपी गुलाब सिंह के नेतृत्व में ट्रेप की यह कार्रवाई की गई। घूस लेते पकड़ा गया थानाप्रभारी सबइंस्पेक्टर भंवरलाल विश्नोई का गत 7 फरवरी को आईजी उदयपुर विनीता ठाकुर ने बांसवाड़ा जिले में ट्रांसफर किया था। लेकिन वह खेरवाड़ा थाने से रिलीव नहीं हुआ था।


डीएसपी गुलाब सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी एसआई भंवरलाल विश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी भंवरलाल विश्नोई (22) निवासी विष्णु नगर, थाना लूणी जिला जोधपुर है। वह वर्तमान में खेरवाड़ा पुलिस थाने में थानाप्रभारी है। इस संबंध में स्वास्तिक कॉलेानी, खेरवाड़ा निवासी अमित बालेश्वर ने एसीबी में 9 फरवरी को शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि उसके खिलाफ खैरवाड़ा थाने में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। 


इस केस में 452 आईपीसी हटाने के लिए थानाप्रभारी सबइंस्पेक्टर भंवरलाल विश्नोई ने साढ़े चार लाख रुपए रिश्वत की मांग की। अमित का आरोप है कि थानाप्रभारी भंवरलाल ने उस पर काफी दबाव डाला। उसे डराया धमकाया और डेढ़ लाख रुपए पहले वसूल कर लिए। उसे दो तीन दिन के लिए बाहर भी भेज दिया। पीड़ित का आरोप था कि जिस धारा को हटाने की एवज में उससे रिश्वत मांगी जा रही थी। वह मुकदमे में जोड़ी ही नहीं गई थी। इसके बाद ढाई लाख रुपए अलग से रिश्वत में देने को कहा। तब एसीबी ने शिकायत का 10 फरवरी को सत्यापन करवाया। इसके बाद आज मंगलवार को ट्रेप रचा गया और उसे सरकारी आवास से पकड़ लिया।