राज्यपाल जहाजपुर में पंचकल्याणक महोत्सव में पहुंचे अहिंसा जैन समुदाय को मूल सिद्धांत -राज्यपाल


जयपु। राज्यपाल कलराज मिश्र शनिवार को जहाजपुर में चल रहे भव्य श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ जिनबिम्ब पंचकल्याणक महोत्सव में पहुंचे और सम्बोधित किया। राज्यपाल श्री मिश्र का स्वागत पंचकल्याणक महोत्सव समिति के अध्यक्ष श्री विनोद जैन कोटा, महामंत्री ज्ञानेंद्र कुमार जैन जहाजपुर, मुख्य संयोजक श्री विजय जैन लुहाड़िया सहित समस्त कार्यकारिणी ने किया। 
           
राज्यपाल मिश्र ने विराजमान मुनि संघ से आशीर्वाद लिया। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि अहिंसा जैन समुदाय का मूल सिद्धांत है। किसान का कल्याण कैसे हो, व्यापार कैसे उन्नत हो,युवा वर्ग कैसे आगे बढ़े,सबकी चिंता जैन तीथर्ंकर ने की है। तीथर्ंकर ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग कभी नही किया। क्रोध, चोरी नहीं करना, विवेक सत्य से कार्य करना जैन सम्प्रदाय के सिद्धांत है। 
         
राज्यपाल  मिश्र ने कहा कि आचार्य श्री ज्ञान सागर जी की इच्छा के अनुरूप जहाजपुर क्षेत्र जल्द आध्यात्मिक पर्यटन स्थल बनेगा। केंद्र और राज्य सरकार से इसके लिए प्रयास किया जायेगा। आर्यिका माँ स्वस्ति भूषण माताजी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस महोत्सव में पाषाण की प्रतिमा बनेगी। जो सदियों तक जन जन का कल्याण करेगी। उन्होंने भूगर्भ से निकाली श्री मुनिसुव्रतनाथ प्रभु की प्रतिमा के अतिश्यो से राज्यपाल को अवगत कराया और कहा कि बड़ी हस्तियों के आने से आयोजन विशाल हो जाता है। इस अवसर पर आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज ने अपने मांगलिक प्रवचन में कहा कि भारतीय संस्कृति तनाव मुक्त जीवन की संस्कृति रही हैं। इस देश ने विश्व को अहिंसा और शाकाहार दिया है। संचालन भानु जैन जहाजपुर ने किया।  गोपीचंद मीणा विधायक, सुरेशचंद जैन कुलपति तीथर्ंकर महावीर विश्वविद्यालय मुरादाबाद समारोह में मौजूद थे।