समन्वय समिति की बैठक में घोषणा पत्र को लेकर चर्चा, प्रभारी मंत्री राजनीतिक नियुक्तियों पर प्रस्ताव 16 मार्च तक सीएम को सौंपेंगे


जयपुर. कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक रविवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई। इसमें समिति के चेयरमैन और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट समेत सदस्य शामिल हुए। बैठक करीब दो घंटे चली। पांडे ने बताया कि बैठक में पार्टी के घोषणा पत्र पर चर्चा हुई। पंचायत चुनाव और निकाय चुनाव के साथ राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी बात हुई। बैठक में शिक्षा समेत विकास पर फोकस करने के संबंध में चर्चा की गई।


यह निर्णय किया गया कि संभाग मुख्यालयों पर 15 मार्च के बाद कार्यशालाएं होंगी। प्रभारी मंत्रियों को 16 मार्च तक राजनीतिक नियुक्तियों पर अपने प्रस्ताव सीएम को सौंपने के लिए कहा है। प्रभारी मंत्रियों की जवाबदेही तय की गई। उन्होंने कहा कि शॉर्ट नोटिस के कारण कई सदस्यों के शामिल नहीं होने के कारण यह बैठक अगले सप्ताह पूरे कोरम के साथ फिर होगी। समिति के गठन के बाद यह पहली बैठक थी।


राज्य सरकार और संगठन के बीच चल रहे विवादों को निपटाने के लिए यह बैठक महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार और संगठन में तालमेल बनाए रखने के लिए कांग्रेस आलाकमान के निर्देश इस समिति का गठन गत 20 जनवरी को हुआ था।


कोटा में बच्चों की मौत से लेकर हाईब्रिड फार्मूले पर सामने आ चुका विवाद


प्रदेश में कोटा में बच्चों की मौत का प्रकरण, निकाय चुनाव में हाईब्रिड फाॅर्मूला, राजनीतिक नियुक्तियों, पंचायत चुनाव आदि मुद्दों पर सत्ता-संगठन में मतभेद खुलकर सामने आ चुके हैं। सरकार के 3 मंत्री मंत्री खुलकर मुखर हो चुके थे। उनकी ओर से अफसरों के कामकाज पर नाराजगी जताई जा चुकी है। कांग्रेस के कुछ विधायक भी अफसरों द्वारा बात नहीं सुनने की शिकायत सीएम स्तर पर चुके हैं।


पांडे चेयरमैन, सीएम और डिप्टी सीएम हैं सदस्य
इस समिति के चेयरमैन अविनाश पांडे हैं। सीएम अशोक गहलोत, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, विधायक हेमाराम चौधरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मास्टर भंवरलाल मेघवाल, पूर्व स्पीकर और विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, महेंद्रजीत सिंह मालवीय और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी इसमें सदस्य हैं।