शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष जारोली बोले- परीक्षाओं में सीसीटीवी की उपयोगिता की समीक्षा करेंगे, 5 सालों में इन पर 20 करोड़ हुए खर्च


अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के नए अध्यक्ष डॉ. धर्मपाल जारोली ने कहा है कि बोर्ड परीक्षाओं के दौरान लगाए जाने वाले सीसीटीवी की उपयोगिता की समीक्षा की जाएगी। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले पांच सालों में बोर्ड परीक्षा और रीट में करीब 20 करोड़ रुपए सीसीटीवी पर खर्च हो चुके हैं।


डॉ. जारोली ने मंगलवार को बोर्ड अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद यह बात कही। प्रदेश में बोर्ड की पांच मार्च से परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। प्रदेश में करीब 5800 परीक्षा केंद्रों पर इन परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि विस्तृत जांच के बाद ही तय किया जाएगा कि सीसीटीवी आगे से लगाए जाएं या नहीं।


उन्होंने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं में कहीं सीसीटीवी कैमरों का उपयोग नहीं होता, जबकि बोर्ड के 10वीं 12वीं के बच्चों की परीक्षाओं में इनका उपयोग हो रहा है। बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि कई बार कोर्ट केस के मामले में साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए भी सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत पड़ती है।


शिक्षकों को नवाचार से जोड़ा जाएगा


जारोली ने कहा कि बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डॉ सुभाष गर्ग ने बोर्ड में शिक्षक अकादमी की शुरुआत की थी। इसे वापस अपग्रेड किया जाएगा और शिक्षकों को नवाचारों से जोड़ा जाएगा। शिक्षकों की ट्रेनिंग वगैरह के आयोजन कराए जाएंगे।


भर्ती के लिए सरकार से करेंगे बात : उन्होंने कहा कि बोर्ड में नई भर्ती के लिए सरकार से बात करेंगे। उन्हें जानकारी मिली है कि लंबे समय से बोर्ड में कार्मिकों की भर्ती नहीं हुई है। संविदा कार्मिकों के भरोसे ही कार्य हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि दिसंबर के बाद से शिक्षकों को केवल परीक्षा कार्य तक ही सीमित रखा जाए। इसके लिए भी वे सरकार से बात करेंगे।


उन्होंने कहा कि बोर्ड तभी आगे बढ़ सकेगा जब सभी कार्मिक बोर्ड को परिवार मानकर एक साथ काम करेंगे। चेयरमैन का काम सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इस मौके पर बोर्ड सचिव मेघना चौधरी, विशेष अधिकारी (परीक्षा) अरविंद कुमार सेंगवा, वित्तीय सलाहकार आनंद आशुतोष, निदेशक अकादमी जी के माथुर और उपनिदेशक जनसंपर्क राजेंद्र गुप्ता समेत विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।