विधानसभा में गूंजा दलित युवकों को बर्बर तरीके से पीटने का मामला, नरायण बेनीवाल ने धरने की दी चेतावनी


जयपुर. सोमवार को नागौर में दो चचेरे भाइयों को बर्बर तरीके से पीटने और गुप्तांग में पेट्रोल डालने का मामला विधानसभा में उठा। रालोपा से विधायक नरायण बेनिवाल और पुखराज गर्ग ने विधानसभा में ये मुद्दा उठाया। जिसके साथ दोषी एसपी को एपीओ करने और पीड़ित का अलवर के थानागाजी मामले की तर्ज पर पैकेज देने की मांग की गई।


विधानसभा में बोलते हुए नरायण बेनीवाल ने कहा कि दलित उत्पीड़न के मामले में 16 तारीक को बर्बर तरीके से मारपीट करते हैं। जिसके बाद 19 तारीक को पुलिस बुलाकर समझोते का प्रयास करते हैं। जिसके बाद मारपीट के सामान्य धाराओं में मामला दर्ज होता है। आप एक तरफ दलित उत्पीड़न पर ठोस कार्रवाई की बात करते हैं। दूसरी तरफ अपने अफसरों को बचाने के लिए विपक्ष की आवाज दबाने का काम करते हैं। मैं निवेदन करना चाहुंगा। इस घटना के बाद हम धरने पर बैठे, लेकिन सरकार की संवेदनशीलता कहां गई। ये समझ नहीं आ रहा। विधायक और मंत्री हमारे पास से निकलकर गए। किसी ने नहीं पूछा। 


जिसके साथ नरायण बेनीवाल ने इस मुद्दे को सदन में चर्चा के लिए रखा जाए। वरना हम इस मुद्दे पर धरने पर बैठ जाएंगे।


क्या है मामला


गौरतलब है कि 16 फरवरी को दो चचेरे भाईयों को बर्बर तरीके से पीटने और गुप्तांग में पेट्रोल डालने का मामला सामने आया था। पीड़ित का कहना था कि वो बाइक की सर्विस करवाने के लिए करणु गांव में एजेंसी पर गया था। वहां भीव सिंह समेत कई अन्य युवकों ने  काउंटर से चोरी करने का आरोप लगाया। जब मना किया तो भीव सिंह एजेंसी के पीछे ले गया। वहां बेल्ट और लात-घूसों से उसकी बुरी तरह से पिटाई की। इसके बाद आरोपियों ने पेंचकस पर पेट्रोल से भरा कपड़ा लपेट गुप्तांग में डाला। आरोपियों ने भाई के साथ भी मारपीट की।