बच्चों-मजदूरों को केमिकल से किया सैनिटाइज, डीएम बोले- अति सक्रियता में हो गया, कार्रवाई करेंगे


बरेली
उत्तर प्रदेश के बरेली में बच्चों और मजदूरों को केमिकल से सैनिटाइज करने का मामला सामने आया है। इस मामले में बरेली के जिलाधिकारी ने कहा है कि बसों को सैनिटाइज करने के लिए लगाए गए लोगों ने अति सक्रियता में ऐसा कर दिया। जिन लोगों पर स्प्रे किया गया, उनका इलाज किया जा रहा है। मामले में कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने भी इस मामले में स्थानीय प्रशासन को कहा है कि वह जांच करके कार्रवाई करें।


दरअसल, सोशल मीडिया पर आए एक विडियो में देखा गया कि बरेली नगर निगम के अधिकारी लोगों को जमीन पर बैठाकर उनपर स्प्रे कर रहे हैं। इस बारे में बरेली की चीफ फायर ऑफिसर चंद्र मोहन शर्मा ने कहा, 'इस केमिकल को इंसानों पर डालने के लिए सख्त मनाही है। इसे सिर्फ धातु की चीजों या निर्जीवों पर ही इस्तेमाल किया जा सकता है। केमिकल इंसानों को नुकसान भी पहुंचा सकता है।' हालांकि, उन्होंने यह भी कह दिया कि ये लोग संभवत: वहां बस के इंतजार में बैठे थे और पास में हो रही फॉगिंग का केमिकल उनपर पड़ गया।


डीएम बोले- अति सक्रियता में कर दिया
दूसरी तरफ बरेली के जिलाधिकारी ने विडियो पर कहा है, 'इस विडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम और फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनिटाइज करने के निर्देश थे लेकिन अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।'


राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सोमवार को स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया कि मामले में तत्काल जांच कराई जाए और कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बरेली के जिला अधिकारी को लिखे पत्र में यह भी कहा कि प्रशासन तीन दिनों के भीतर आयोग को कार्रवाई रिपोर्ट दे। उन्होंने घटना से जुड़ी एक खबर का हवाला देते हुए कहा, 'मजदूरों को केमिकल से नहलाया गया, जिनमें बच्चे भी शामिल थे। आयोग ने इस अमानवीय कृत्य पर गंभीर चिंता प्रकट की है।' कानूनगो ने प्रशासन को यह निर्देश भी दिया कि लॉकडाउन की मियाद के दौरान इन बच्चों के खाने-पीने, चिकित्सा और दूसरी सेवाएं मुहैया कराई जाए।