नई दिल्ली
भारत में कोरोना संक्रमण के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन का दौर शुरू होने की बातों का स्वास्थ्य मंत्रालय ने खंडन किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सोमवार को स्पष्ट किया इस वक्त भारत कोरोना संक्रमण के लोकल ट्रांसमिशन दौर में है। उन्होंने कहा कि इस वक्त आलम यह है कि हम अगर किसी भी सरकारी डॉक्यूमेंट में कम्यूनिटी शब्द लिखते हैं तो लोग उसका दूसरा अर्थ निकाल ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने लिमिटेड कॉन्टेस्ट में एक जगह कम्यूनिटी शब्द का प्रयोग किया है। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि भारत अभी भी लिमिटेड ट्रांसमिशन के स्टेज में है। अगर हमें लगता है कि हम कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के दौर में जा रहे हैं तो हम दोबारा से जनता से अपील करेंगे कि हमें और भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होगी, लेकिन अभी यह नौबत नहीं आई है। आज हमारे सामने चुनौती है कि अभी जो भी गाइडलाइंस बनाए गए हैं उसका पालन करें।
भारत में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के 1071 मामले आए हैं और इससे संक्रमित 29 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 92 नए मामले और चार लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हमारे देश में संक्रमण के 100 मामले से 1000 मामले तक पहुंचने में 12 दिन लगे हैं। वहीं दूसरे देशों में आठ हजार तक के संक्रमण हुए हैं, जबकि ये देश विकसित हैं और वहां की आबादी भी कम है। हमने संक्रमण की गति को इसलिए रोक रखा है क्योंकि हमारे देश की जनता ने सहयोग किया है। साथ ही सरकार ने कई कदम उठाए हैं। हमने सामाजिक दूरी के नियम और लॉकडाउन का सही तरीके से प्रयोग किया है।
उन्होंने कहा कि मैं देश के लोगों से कहना चाहूंगा कि हमने जो भी रिजल्ट हासिल किया है वह फिर से शून्य हो सकता है, अगर लोग गाइडलाइंस के मुताबिक नहीं चलते हैं। इसलिए हमें हर हाल में बताए गए नियम फॉलो करने हैं।
दुनिया के दूसरे देशों में एक व्यक्ति ने 100 या इससे भी ज्यादा लोगों को संक्रमित किया है। इतना ही नहीं एक संक्रमित व्यक्ति की लापरवाही से पूरे देश में महामारी फैल चुकी है। हमें उस स्थिति से बचना है।
लॉकडाउन सही राह पर: गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि गृह मंत्रालय राज्य सरकारों के साथ मिलकर लॉकडाउन पर नजर बनाए हुए है। सभी राज्यों में लॉकडाउन का पालन हो रहा है। जरूरी सामानों के आपूर्ति की स्थिति संतोषजनक है। जहां भी समस्या आ रही है उसे कंट्रोल रूम के जरिए दूर किया जा रहा है।
आईसीएमआर के डॉ. आर गंगा केतकर ने बताया कि देश में अब तक 38,442 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। रविवार को 3500 केस की जांच हुई है। 47 प्राइवेट लैब ने तीन दिनों में 1334 केस की जांच की है। औसतन प्राइवेट लैब 450 लोगों की जांच कर पा रहे हैं।
क्या होता है कम्यूनिटी ट्रांसमिशन
कोरोना वायरस के संक्रमण के चार स्टेज होते हैं। पहले स्टेज में केवल प्रभावित देशों से आने वाले लोगों में संक्रमण पाया जाता है। संक्रमित देश से आए व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित होने को कम्यूनिटी ट्रांसमिशन स्टेज कहते हैं। यह तब आती है जब विदेश से लौटे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से उसके परिजन, रिश्तेदार वगैरह संक्रमित होने लगते हैं। इस चरण में यह पता होता है कि वायरस कहां से फैल रहा है।
तीसरा चरण कम्यूनिटी ट्रांसमिशन स्टेज को कहा जाता है। जब एक इलाके के ज्यादा लोग संक्रमित हो जाते हैं। इस स्टेज में कोई ऐसा व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है जो न तो कोरोना वायरस से प्रभावित देश से लौटा है और न ही वह किसी दूसरे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो। इस स्टेज में पता नहीं चलता कि कोई व्यक्ति कहां से संक्रमित हो रहा है। चौथे स्टेज में संक्रमण पूरे इलाके में फैल जाता है, चीन इस स्टेज से गुजर चुका है।