भारत में फांसी ही क्‍यों? जानें दुनियाभर में कैसे दी जाती है मौत की सजा


नई दिल्‍ली
निर्भया केस के दोषियों को 20 मार्च की सुबह फांसी के फंदे से लटका दिया जाएगा। भारत में हर साल कई मामलों में फांसी की सजा सुनाई जाती है। मगर आंकड़े देखें तो फांसी की सजा पर अमल बेहद कम हो पाता है। भारत में आखिरी बार साल 2015 में आतंकी याकूब मेमन को फांसी दी गई थी। साल 1991 के बाद से भारत ने 16 दोषियों को फांसी पर लटकाया है।


भारत में फांसी ही क्‍यों?
दरअसल, अंग्रेजों के राज में बने कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर (CrPC, 1898) में मौत की सजा देने के लिए फांसी का प्रावधान था। इसी तरीके को CrPC 1973 में भी अपनाया गया। इसका सेक्‍शन 354(5) कहता है, 'जब किसी व्‍यक्ति को मौत की सजा सुनाई जाएगी तो उसे तब तक गर्दन से लटकाया जाएगा जब तक उसकी मौत न हो जाए।' आर्मी एक्‍ट, नेवी एक्‍ट और एयरफोर्स एक्‍ट में फांसी के अलावा गोली मारने का भी विकल्‍प है।

फांसी के लिए अब 'लॉन्‍ग ड्रॉप' मेथड का इस्‍तेमाल होता है। इसे 1872 में ब्रिटेन के विलियम मारवुड ने ईजाद किया था। इसमें दोषी को फंदे से इस तरह लटकाया जाता है कि उसकी गर्दन टूट जाए और फिर उन्‍हें तब तक लटकाए रखा जाता है जब तक उनका दम न निकल जाए। स्‍वतंत्र भारत में सबसे पहले महात्‍मा गांधी के हत्‍यारे नाथूराम गोडसे और नारायण आप्‍टे को फांसी दी गई थी।


एमनेस्‍टी इंटरनेशनल के आंकड़े बताते हैं कि साल 2018 में दुनिया के 20 देशों में कम से कम 690 लोगों को मौत की सजा दी गई। मौत की सजा देने में चीन सबसे आगे है। उसके बाद सऊदी अरब, वियतनाम और इराक का नंबर आता है।

दुनिया के बाकी देशों में कैसे दी जाती है मौत की सजा?
मौत की सजा देने के लिए फांसी सबसे आम तरीका है। भारत के अलावा पाकिस्‍तान, सिंगापुर, जापान में फांसी दी जाती है। दुनिया के कई देशों ने इसे स्‍टैंडर्ड प्रोसीजर बना रखा है, बस फांसी के फंदे से लटकाने के तरीकों में थोड़ा-बहुत अंतर होता है।


मौत की सजा देने के लिए जहरीले इंजेक्‍शन का भी इस्‍तेमाल होता है। अमेरिका में इस तरीका का अब खूब इस्‍तेमाल होने लगा है। इसमें अपराधी को जहर से भरा एक इंजेक्‍शन लगाया जाता है। साल 2013 में चीन और वियतनाम में भी इसका इस्‍तेमाल हुआ।

कहीं सिर कलम तो कहीं बिजली के झटके
पूरी दुनिया में सऊदी अरब ही इकलौता ऐसा देश है जहां सिर कलम कर मौत की सजा दी जाती है। एक तलवार से अपराधी का सिर धड़ से अलग कर दिया जाता है। इसे देखने के लिए अच्‍छी-खासी भीड़ जुटती है।


बिजली के झटके देकर मौत की सजा देना भी एक तरीका है। अमेरिका में इस तरीके को लेकर खासा बवाल हो चुका है। वहां 2013 में भी एक शख्‍स को इलेक्ट्रिक चेयर पर बिठाकर मौत दी गई थी।


इंडोनेशिया में फांसी देने के लिए फायरिंग स्‍क्‍वाड का यूज होता है। 12 हथियारबंद जल्‍लाद सीधे अपराधी की छाती पर गोली मारते हैं। अगर इससे भी अपराधी नहीं मरता तो कमांडर एक गोली सिर में मारने का आदेश देते हैं। चीन, नॉर्थ कोरिया, सोमालिया, यमन, ताइवान, सऊदी अरब में भी यह तरीका इस्‍तेमाल होता आया है।