देश में कोरोना के 724 केस, 24 घंटे में 75 नए मामले और 4 की गई जान: स्वास्थ्य मंत्रालय


नई दिल्ली
पिछले 24 घंटे के दौरान भारत में कोरोना संक्रमण के 75 नए मामले सामने आए हैं और 4 लोगों की जान गई है। अब तक देश में कोरोना संक्रमण के कुल 724 मामले हुए हैं, जबकि 17 लोगों की मौत हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार शाम को दी।


उन्होंने बताया कि कोविड-19 के उपचार में लॉजिस्टिक सपोर्ट की कमी ना हो इसके लिए इसके लिए एक टॉस्कफोर्स का गठन किया गया है। पीएसयू को 10,000 वेंटिलेटर तैयार करने का आदेश दिया गया है। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने भी 1-2 महीनों में 30,000 अतिरिक्त वेंटिलेटर खरीदने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि 1.4 लाख कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा है।


उन्होंने बताया कि भारत में कोविड19 से जितने भी लोगों की जान गई है उन्हें मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट की प्रॉब्लम थे। ज्यादातर मरीज बजुर्ग थे। 



घर बैठे डॉक्टरों से लें सलाह
लव अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इससे डॉक्टर अपने घरों से ही मरीजों को अपनी सेवाएं दे सकते हैं। नागरिकों से अनुरोध है कि वे इसका लाभ उठाएं और डॉक्टर भी इसके जरिए अपनी सेवाएं दें। उन्होंने कहा कि हमारे देश में मोबाइल उपभोक्ता पर्याप्त संख्या में हैं, इसलिए उम्मीद है कि टेलीमेडिसिन का अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा।


प्रवासी मजदूरों के रहने, खाने का इंतजाम करे राज्य सरकार: गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा, 'राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा गया है कि वे प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन, पानी और स्वच्छता की व्यवस्था करें। गृह मंत्रालय निरंतर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से बात कर रही है। कोशिश की जा रही है कि लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामानों की आपूर्ति में दिक्कत ना हो।


गृह सचिव ने राज्यों से कहा है कि वे हॉस्टल में फंसे वर्किंग लोगों और छात्रों का भी ख्याल किया जाए। गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि जो लोग देश में जहां हैं वहीं रहें। उनके आवागमन के लिए कोई छूट नहीं दी जाएगी। राज्य सरकारें उनके खाने-रहने का इंतजाम करे।