गुजरात राज्यसभा चुनाव: तीसरी सीट पर BJP की नजर, क्या हैं समीकरण


अहमदाबाद
गुजरात में चार राज्यसभा सीटों के चुनाव ने दिलचस्प मोड़ ले लिया है। कांग्रेस को पहले दो सीटों की उम्मीद थी लेकिन चार कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे ने समीकरण बदल दिए हैं। बदले हालात में बीजेपी ने तीसरी सीट पर नजरें गड़ा ली हैं। आइए जानते हैं क्या समीकरण बन रहे हैं:


गुजरात विधानसभा के स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी ने चार कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं। सोमाभाई पटेल, जेवी काकड़िया, प्रद्युम्न सिंह जाडेजा और प्रवीन मारू के इस्तीफे के बाद 182 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के पास अब 69 विधायक बचे हैं। इस्तीफों से पहले कांग्रेस दो राज्यसभा सीटों पर अपनी जीत तय मान रही थी।


क्या हैं समीकरण
गुजरात में एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 37 विधायकों के पहली प्राथमिकता के वोट की जरूरत है। निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी के समर्थन के साथ कांग्रेस के पास 74 विधायक थे। इतनी संख्या दो सीटों को जीतने के लिए काफी थी। लेकिन विधायकों के इस्तीफे के साथ ही समीकरण बदल गए हैं। अब दो कांग्रेस उम्मीदवारों भरत सिंह सोलंकी और शक्ति सिंह गोहिल में से किसी एक को हार का सामना करना पड़ सकता है। इस बीच सूत्रों ने 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव की वोटिंग से पहले कुछ और कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे की संभावना से इनकार नहीं किया है।


अब जीत के लिए 36 वोट ही चाहिए
कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद सदन का वर्तमान संख्याबल 176 पहुंच गया है। ऐसे में राज्यसभा सीट जीतने के लिए किसी कैंडिडेट को पहली प्राथमिकता के 36 वोटों की जरूरत होगी। गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव महाराष्ट्र से राज्यसभा चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन रविवार दोपहर वह अहमदाबाद पहुंचे और कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद उपजे हालात पर कई बैठकें कीं। इस बीच गुजरात पीसीसी चीफ अमित चावड़ा को भरोसा है कि पार्टी दोनों सीटों पर जीत हासिल करेगी। नेता विपक्ष परेश धनानी का कहना है, 'कांग्रेस के पास एनसीपी, बीटीपी और कुछ निर्दलीयों का समर्थन है। हम दो सीटें जीतने की स्थिति में हैं।'

कांग्रेस के 15 विधायक जयपुर में
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष जीतू वाघाणी का कहना है कि कांग्रेस नंबर गेम में हार चुकी है और जयपुर भेजे गए उसके कुछ विधायक भी बीजेपी उम्मीदवारों को वोट देंगे। वाघाणी ने कहा कि अब दो कांग्रेस प्रत्याशियों में खींचतान चल रही है कि कौन अपना नामांकन वापस लेगा। जोड़तोड़ की आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने अपने 15 विधायकों को जयपुर भेज दिया था। गुजरात के चार राज्यसभा सदस्यों- चुन्नीभाई गोहिल, लाल सिंह वाड़ोदिया, शंभू प्रसाद टुंडिया और मधुसूदन मिस्त्री का कार्यकाल 9 अप्रैल को खत्म हो रहा है। इनमें से केवल मधुसूदन मिस्त्री के रूप में कांग्रेस के पास एक सीट है।