कोरोना से लड़ रही RBI की 'स्पेशल 150', सीक्रेट होटल से चल रही देश की इकॉनमी


नई दिल्ली
कोरोना के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। ऐसा कोई सेक्टर नहीं है जो अप्रभावित हो। इसके प्रभाव को कम करने के लिए सरकार और रिजर्व बैंक की तरफ से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिजर्व बैंक की एक सीक्रेट टीम अनजान जगह से पल-पल देश की माली हालत पर नजर बनाए हुए है। सेंट्रल बैंक देश की वित्तीय हालत को कोरोना के प्रभाव से बचाने की भरपूर कोशिश कर रहा है।


 

रिजर्व बैंक के डेट, रिजर्व मैनेजमेंट समेत अलग-अलग विंग के करीब 150 अधिकारियों की टीम दिन रात काम में जुटी है। आरबीआई के सामने यह चुनौती है कि डिजिटल बैंकिंग और चेक क्लीयरेंस जैसी सर्विस में कोई समस्या पैदा ना हो। एक तरफ सर्विस सेक्टर की कंपनियां वर्क फ्रॉम होम पर जोर दे रही हैं तो रिजर्व बैंक के भी करीब 14000 स्टाफर वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं और उनकी कोशिश है कि फाइनैंशल सेक्टर का काम निर्बाध चलता रहे।


कैश इस्तेमाल कम करने की अपील
सभी बैंक यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि एटीएम में पैसे की कमी नहीं हो, हालांकि लगातार अपील की जा रही है कि कैश के इस्तेमाल से बचें क्योंकि इससे वायरस फैलने का खतरा ज्यादा होता है।

होटल में सभी स्टॉफ आइसोलेटेड
बिजनस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक ने डेटा सेंटर के नजदीक एक होटल बुक किया है और होटल के सपॉर्ट स्टॉफ समेत सभी बैंक कर्मचारियों को आइसोलेशन में रखा गया है। बैंक कर्मचारियों को होटल में हर सुविधा मिल रही है।


पीड़ितों की संख्या 294 पहुंची
देश के 22 राज्य अब तक इसकी चपेट में आ चुके हैं। पीड़ित मरीजों की संख्या 294 हो गई है और चार की मौत भी हो चुकी है। पीड़ितों में 39 विदेशी नागरिक हैं। इसका कहर सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में है जहां 64 लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं।कोरोना से जुड़ी कोई जानकारी लेने या देने के लिए हेल्पलाइन नंबर +91-11-23978046 पर फोन किया जा सकता है।
अब तक 2.5 लाख करोड़ लिक्विडिटी बैंकिंग सेक्टर में
रिजर्व बैंक की पिछली बैठक फरवरी के पहले हफ्ते में हुई थी। उस बैठक के बाद से आरबीआई करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये की लिक्विडिटी बैंकिंग सेक्टर में डाल चुका है। शुक्रवार को आरबीआई ने फिर से घोषणा की कि वह 30 हजार करोड़ रुपये का बॉन्ड (ओपन मार्केट ऑपरेशन) खरीदेगा। इससे पहले 10 हजार करोड़ का बॉन्ड खरीदने की घोषणा की गई थी।