कोविड-19: आइसोलेशन के लिए घर में कमरे नहीं तो पेड़ पर हुए क्वॉरंटाइन


पुरुलिया
कोरोना वायरस महामारी को लेकर दुनिया भर में खौफ का माहौल है। लोग इसे रोकने के लिए हर संभव जतन करने में लगे हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में चेन्नै से लौटे कुछ लोगों ने अपने आपको पेड़ पर क्वॉरंटाइन किया है। बताया गया कि इन लोगों के घरों में सेल्फ आइसोलेशन के लिए अलग से कमरे नहीं हैं इसलिए उन्हें ऐसा करना पड़ा है।


मामला पुरुलिया के बलरामपुर इलाके के वांगिड़ी गांव का है। गांव के रहने वाले कुछ लोग हाल ही में चेन्नै से लौटे हैं। कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए इन लोगों ने खुद को 14 दिनों के लिए क्वॉरंटाइन करने का फैसला किया लेकिन सेल्फ आइसोलेशन के लिए उनके घरों में अलग कमरे नहीं हैं। ऐसे में उन्हें क्वॉरंटाइन के लिए बाहर रहने को मजबूर होना पड़ा। इसके बाद ग्रामीणों ने पेड़ों के ऊपर अपना आइसोलेशन वॉर्ड तैयार कर लिया।


वे लोग 14 दिनों तक यहीं आइसोलेट रहेंगे। इलाके में हाथियों की आवाजाही की वजह से ग्रामीणों को पेड़ों पर अपना आइसोलेशन कैंप लगाना पड़ा है। वे पेड़ों पर से हाथियों के मूवमेंट को भी ऑब्जर्व कर सकेंगे ताकि वे हाथियों के हमले से अपना बचाव कर सकें।