राजस्थान लॉकडाउन / हवामहल से गली मोहल्लों तक सभी जगह हो रही सैनेटाइज, बेजुबानों का भी ध्यान रख रहे लोग


जयपुर. राजस्थान में 21 दिन के लॉकडाउन के दूसरे दिन भी राज्य में लोग जरूरत का सामान खरीदते नजर आए। वहीं, कुछ बेजुबान जानवरों और जरूरतमंदों की मदद करने भी पहुंचे। जहां गरीबों में खाने कै पैकेट बांटे गए। वहीं गायों को चारा डाला गया। वहीं पुलिस ने रिटेल शॉप मालिकों के घर पर होम डिलेवरी को सही ढंग से लागू करने के लिए मीटिंग की। वहीं कही सख्ती भी देखने के लिए मिली।


जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र को भी सैनेटाइज किया गया। यहां मुख्य सचेतक डॉ महेश जोशी और निगम कमिश्नर वीपी सिंह दोनों खुद जगहों को सैनेटाइज कराने पहुंचे। सोडियम हाइपो क्लोराइड के घोल से सम्पूर्ण क्षेत्र को किया जा रहा डिसिनफेक्टेंट।


अलवर: बेजुबान जानवरों को पुलिस ने चारा डलवाया



अलवर की सड़कों पर घूमने वाले बेजुबान जानवरों की खाने पीने का संकट आ गया है। ऐसे में पहल करते हुए कोतवाली थानाधिकारी अध्यात्म गौतम द्वारा अपने थाना क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर पशुओं को हरा चारा डलवाया गया। वही खेड़ली थाना अधिकारी द्वारा ग्रामीण एरिया में पशुओं के लिए तूड़ी का प्रबंध किया गया। इसके बाद रोड पर जहां-जहां पशु नजर आए वहीं उन्हें चारा डाला गया। 


भरतपुर: पुलिस ने वाहन रोककर लोगों को पैदल सामान लाने भेजा



भरतपुर में 9:00 से 12:00 के बीच राशन का सामान लेने निकले लोगों के स्कूटर, बाइक पुलिस ने थाने में रखवा लिए। जिसके बाद सभी को पैदल ही सामान लेकर आने के लिए कहा गया। जब लोग सामान लेकर वापस आए तो उनके स्कूटर-बाइक वापस नहीं लौटाए गए। इस कारण लोग थाने के बाहर परेशान खड़े रहे।


चौमूं: बूंदाबांदी के बावजूद लोग खरीदारी करने पहुंचे



चौमूं के आसपास सुबह रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही। इसके बावजूद लोग खाने का सामान लेने बाजार पहुंचे। यहां कुछ दुकानदारों ने लोगों को दूर रखने के लिए दुकान के बाहर निशान बना दिया। लोग भी उन्ही गोल निशानों में खड़े होकर खरीदारी करते नजर आए।


जयपुर: तमाम कंपनियां घर पहुंचाएंगी जरूरत का सामान
पुलिस की इस पहल के बाद तमाम कंपनियां घर-घर जाकर खाने के सामान की डिलेवरी देंगी। बताया जा रहा है कि 24 घंटे ये सुविधा उप्लब्ध करवाई जाएगी। जिससे बाजारों में भीड़ नहीं लगे। इसके साथ ठेलों के माध्यम से भी सब्जियां पहुंचाई जाएगी। वहीं गुरुवार को भी जयुपर के परकोटे इलाके में शहर के अन्य हिस्सों की तुलना में लॉकडाउन का असर कम नजर आया।