राजस्थान में कोरोना / चिकित्सा मंत्री बोले- 500 दांत के डॉक्टरों को भी दी गई ट्रेनिंग, निजी अस्पताल भी सेवाएं देने के लिए तैयार रहें


जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने प्रदेश में कोरोना की रोकथाम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रभावित जिलों में चिकित्सकों की कोई कमी नहीं है। सरकार ने हाल ही 13 अतिरिक्त चिकित्सकों को सिरोही, 10 चिकित्सकों को जालोर लगाया है। इसके अलावा 50 उदयपुर से इंटर्न करने वाले चिकित्सकों को डूंगरपुर लगाया है। इनको स्कि्रनिंग के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में 37 दूसरे ईएसआई अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों को स्क्रीनिंग के लिए डूंगरपुर लगाया गया है। इसके अलावा प्रदेश के 450-500 दंत चिकित्सकों को भी प्रशिक्षण देकर इनका सदुपयोग कोरोना में किया जाएगा। 


वहीं डॉ. रघु शर्मा ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच प्रदेश के सभी निजी चिकित्सालयों के संचालकों, सोसायटी या ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे निजी व अन्य चिकित्सालयों से कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए सभी सुविधा उपलब्ध कराने के का आग्रह किया है।


देश में 753 तो प्रदेश में 45 पॉजीटिव केसेज 


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि दुनिया में 199 देश कोरोना की चपेट में हैं और करीब 5 लाख 36 हजार 454 लोग पॉजीटिव पाए गए हैं। इसमें से 24 हजार 112 लोग मौत के मुंह में समा गए हैं। इसका संक्रमण अन्य देशों में भी तेजी से फैल रहा है। उन्होंने बताया कि भारत में अब तक 753 पॉजीटिव केसेज सामने आए हैं, जिसमें 18 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। राजस्थान में अब तक 45 लोग पॉजीटिव पाए गए हैं, जिनमें से दुर्भाग्यवश 2 लोगों की मौत हो गई।


मृतक अन्य बीमारियों से भी थे ग्रस्त
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि जिन 2 व्यक्तियों का निधन कल हुआ वे डायबिटीज, हार्ट, किडनी जैसी कई अन्य घातक बीमारियों से भी ग्रस्त थे। उनके से एक 73 साल और एक 60 वर्ष के थे। दोनों की कल मृत्यु हो गई है। इन दोनों लोगों के जो भी सपंर्क में आए थे उनकी ट्रेसिंग विभाग द्वारा करवाई जा रही है। उन लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
 
भीलवाड़ा से 21 पॉजीटिव, अन्य जिलों पर भी पैनी नजर


चिकित्सा मंत्री ने कहा कि 21 केसेज भीलवाड़ा में अब तक पॉजीटिव आए हैं। कल रामगंज में भी एक केस पॉजीटिव आया था। पूरे 1 किलोमीटर के क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। भीलवाड़ा में पहले से ही कर्फ्यू लगा हुआ है। झुंझुनूं में भी काफी केसेज हैं। जोधपुर, जयपुर, प्रतापगढ़, झुंझुनूं और भीलवाड़ा जिलों के बारे में सरकार ज्यादा अलर्ट है। 


1950 नर्सिंग दल ग्रामीण और 332 शहरी क्षेत्रों कर रहा है स्क्रीनिंग


डॉ. शर्मा ने बताया कि भीलवाड़ा में 24 लाख लोगों की स्क्रीनिंग का काम वहां चिकित्सा विभाग की टीम कर रही है। 1950 लोगों की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में और 332 लोगों की टीम शहरी क्षेत्रों में काम कर रही है। शहर में तो 20 लोग ऐसे हैं, जिनकी दो-दो बार स्क्रीनिंग हुई है। कह सकते हैं कि हालात काबू में है। भीलवाड़ा की सीमाएं सील की हुई है। जयपुर के रामगंज में भी 1 किलोमीटर के क्षेत्र में कफ्र्यू लगाया गया है। 



सभी विभाग बेहतर समन्वय से कर रहे हैं काम


चिकित्सा मंत्री ने बताया कि चिकित्सा विभाग हो या अन्य विभाग हो सब अलर्ट मोड पर समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। राज्य में इस महामारी से मुकाबला कैसे किया जाए, कैसे आमजन को राहत दी जाए उस पर सरकार युद्धस्तर पर लगी हुई है। इस लॉकडाउन की स्थिति में आमजन को दवा, सब्जी, दूध, किराना और रोजमर्रा की चीजें प्राप्त करने में कोई परेशानी ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री लगातार निगरानी कर रहे हैं। 



पैदल आने वाले हजारों लोगों की हो रही स्क्रीनिंग


डॉ. शर्मा ने बताया कि गुजरात, महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में लोग पैदल चलकर सिरोही, जालोर, प्रतापगढ़ और पास के जिलों में आ रहे हैं। वहां की सरकार ना उनको रोक रही है और ना ही स्कि्रनिंग करके भेज रही है। एक ओर लॉकडाउन की अपनी प्रधानमंत्री द्वारा की गई है और दूसरी ओर भारी संख्या में लोग पैदल आ रहे हैं। प्रदेश की सरकार ने लोगों को रोककर स्क्रीनिंग की है। जरूरत पड़ने पर उन्हें क्वारेंटाइन में भी रखा जा रहा है।