राजस्थान विधानसभा / मंत्री भंवरलाल मेघवाल बोले- प्रदेश में हुई ओलावृष्टि का आकलन कर किसानों को हुए नुकसान का समूचा मुआवजा दिया जाएगा


जयपुर. आपदा प्रबंधन मंत्री मा.भंवरलाल मेघवाल ने सोमवार को विधानसभा में फसर खराबे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से किसानों का जिताना भी नुकसान हुआ है, उसका आकलन कर 33 प्रतिशत से ऊपर के सभी नुकसान पर आदान-अनुदान देय होगा। उन्होंने कहा कि 5 मार्च तक गिरदावरी की जानी है,लेकिन आवश्यक होने पर इसके बाद भी पटवारियों द्वारा ओलावृष्टि से हुए नुकासान का जायजा लिया जाकर, किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।


उन्होंने कहा कि धौलपुर जिले की बाड़ी तहसील के 6 गांवो में 33 प्रतिशत से 50 प्रतिशत के खराबे की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई है। भरतपुर जिला की 3 तहसीलों (नदबई, कुम्हेर, रूपवास) के 51 गांवों में 33 प्रतिशत से कम खराबे की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई है। इसी प्रकार झुंझुनू जिले की 2 तहसीलों (झुंझुनू, मलसीसर) के 7 गांवों में 33 प्रतिशत से कम खराबे की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई है। बारां जिले की शाहबाद तहसील के 3 गांवों में 33 प्रतिशत से कम खराबे की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई है। 


मेघवाल ने कहा कि वर्तमान में गिरदावरी का कार्य जारी है, जिसका समय 01 फरवरी से 05 मार्च निर्धारित है। खराबे की वास्तविक स्थिति गिरदावरी (7डी) रिर्पोट प्राप्त होने पर ही ज्ञात हो पायेगी। गिरदावरी (7डी) रिर्पोट में 33 प्रतिशत या इससे अधिक फसल खराबा प्राप्त होने पर एसडीआरएफ नोर्म्स के अनुसार कृषि आदान अनुदान देय है।


विधान सभा में कहा कि ओलावृष्टि से किसानों का जिताना भी नुकसान हुआ है, उसका आकलन कर 33 प्रतिशत से ऊपर के सभी नुकसान पर आदान-अनुदान देय होगा। उन्होंने कहा कि 5 मार्च तक गिरदावरी की जानी है,लेकिन आवश्यक होने पर इसके बाद भी पटवारियों द्वारा ओलावृष्टि से हुए नुकासान का जायजा लिया जाकर, किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।